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गृह मंत्रालय के निर्देश पर भारत-नेपाल को जोड़ने वाला प‍िथौरागढ़ का झूला पुल खुला

कोरोना के चलते बीते वर्ष लाकडाउन के चलते मार्च अंतिम सप्ताह में भारत नेपाल सीमा सील हो गई थी। शुरू के दिनों में पुल पर पूरी तरह आवाजाही ठप रही। खोलने के ल‍िए दोनों देशों के प्रशासन को अपने -अपने गृह मंत्रालय से अनुमति लेनी थी।

By Prashant MishraEdited By: Published: Fri, 05 Feb 2021 07:50 PM (IST)Updated: Sat, 06 Feb 2021 09:50 AM (IST)
गृह मंत्रालय के निर्देश पर भारत-नेपाल को जोड़ने वाला प‍िथौरागढ़ का झूला पुल खुला
पुल बंद होने से नेपाली ग्राहकों पर आश्रित झूलाघाट, जौलजीबी, बलुवाकोट और धारचूला के बाजार प्रभावित थे।

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : दस माह बाद भारत और नेपाल को जोडऩे वाले झूला पुल सामान्य आवाजाही के लिए खुल चुके हैं। पुलों के खुलने से भारत और नेपाल के व्यापारियों के चेहरे खिल चुके हैं । रोटी बेटी का संबंध होने के कारण सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों में भी खुशी व्याप्त है।

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कोरोना के चलते बीते वर्ष लाकडाउन के चलते मार्च अंतिम सप्ताह में भारत नेपाल सीमा सील हो गई थी। जिले में भारत और नेपाल को जोडऩेे वाले सात झूला पुल झूलाघाट, ड्यौड़ा, जौलजीबी, बलुवाकोट, धारचूला, ऐलागाड़ और गब्र्याग के सीता पुल बंद हो गए थे। शुरू  के दिनों में पुल पर पूरी तरह आवाजाही ठप रही। बाद में दोनों देशों के प्रशासन को लोगों के अति आवश्यक कार्य के लिए अनुरोध पर पुल खोलने की अनुमति देने का अधिकार दिया गया। इसके लिए दोनों देशों के प्रशासन को अपने -अपने गृह मंत्रालय से अनुमति लेनी थी। 

इस निर्देश के तहत दस माह की अवधि के मध्य धारचूला, जौलजीबी,  झूलाघाट के पुल भारत से पेंशन लेने वाले नेपाली पेंशनर्स के लिए खोले गए। इसके अलावा शादी, विवाह या अन्य कार्यों के लिए अनुरोध पर निश्चित समय के लिए पुल खुले। पुल बंद होने से नेपाली ग्राहकों पर आश्रित झूलाघाट, जौलजीबी, बलुवाकोट और धारचूला के बाजार बुरी तरह प्रभावित हो चुके थे। झूलाघाट के व्यापारियों ने व्यापारिक गतिविधियों के लिए पुल खोलने की मांग को लेकर तेरह दिनों तक अनशन किया। धारचूला के व्यापारियों ने प्रदर्शन किए। 

भारत नेपाल के व्यापारियों की समन्वय बैठक हुई जिसमें दोनों देशों के व्यापारियों द्वारा पुल खोलने की मांग की गई। इस बीच नेपाल के प्रशासन द्वारा भी पुल खोलने का प्रस्ताव भारत के प्रशासन को दिया। बीते दिनों केंद्र सरकार द्वारा भारत नेपाल  के मध्य तीस नाके खोलने के आदेश हुए। इस आदेश के तहत एक फरवरी से पुल खुलने थे परंतु पिथौरागढ़ प्रशासन को गृह मंत्रालय से आदेश नहीं मिले थे। गुरु वार की सायं गृह मंत्रालय से जिला प्रशासन को नियमित पुल खोलने के आदेश मिले।

गृह मंत्रालय के आदेश पर डीएम डा. वीके जोगदंडे ने शुक्रवार से पुल खोलने के आदेश दिए। उन्होंंने  एसएसबी 11वीं बटालियन डीडीहाट, 55 वीं वाहिनी पिथौरागढ़, एसडीएम पिथौरागढ़, डीडीहाट और धारचूला को आपस में समन्वय स्थापित कर कोविड 19 के मानकों का पालन करते हुए पुल खोलने के निर्देश दिए। डीएम के निर्देश पर शुक्रवार से पुल खुल चुके हैं। दोनों देशों के लोग बेरोकटोक एक दूसरे देश में आ रहे हैं। पुलों पर कोविड गाइडलाइन के तहत जांच की जा रही है।

व्यापारियों ने पुल खुलने का किया स्वागत, लौटी रौनक

व्यापार संघ अध्यक्ष धारचूला वीएस थापा, जौलजीबी धीरेंद्र धर्मशक्तू, झूलाघाट जगदीश जोशी ने पुल खुलने का स्वागत किया है। पुल खुलते ही भारत के बाजारों में नेपाली ग्राहक खरीदारी कर रहे हैं। सीमा पर रहने वाली दोनों देशों की बहू, बेटियां अपने मायके जाने लगी हैं। दोनों देशों के लोगों ने पुल खुलने पर खुशी जताई है।


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