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अनशन के चौथे दिन पालिकाध्यक्ष से मिलने पहुंची प्रशासन की टीम, विफल रही वार्ता

बजट की मांग को लेकर मुखर हुए पालिकाध्यक्ष का आमरण अनशन चौथे दिन भी जारी रहा। आखिरकार गुरुवार को जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया। जिसके बाद प्रशासन की एक टीम देर शाम अनशनकारी पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी से मिलने पहुंची।

By Edited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 05:40 AM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 07:45 AM (IST)
अनशन के चौथे दिन पालिकाध्यक्ष से मिलने पहुंची प्रशासन की टीम, विफल रही वार्ता
प्रशासन की टीम देर शाम अनशनकारी पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी से मिलने पहुंची।

नैनीताल, जेएनएन : बजट की मांग को लेकर मुखर हुए पालिकाध्यक्ष का आमरण अनशन चौथे दिन भी जारी रहा। आखिरकार गुरुवार को जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया। जिसके बाद प्रशासन की एक टीम देर शाम अनशनकारी पालिकाध्यक्ष सचिन नेगी से मिलने पहुंची। करीब 20 मिनट तक चली वार्ता विफल रही।

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गुरुवार को अनशन पर बैठे पालिकाध्यक्ष का स्वास्थ्य परीक्षण करने बीडी पांडे अस्पताल के वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. एमएस दुग्ताल टीम मौके पर पहुंचे। उन्होंने पालिकाध्यक्ष के शरीर में पानी की कमी होने, वजन कम होने की बात कहते हुए पानी पीने व अस्पताल में भर्ती होने की सलाद दी, लेकिन पालिकाध्यक्ष ने साफ कहा कि जब तक बजट नहीं मिलेगा तब तक आमरण अनशन से नहीं हटेंगे। इस दौरान सभासद मोहन नेगी, पुष्कर बोरा, राजू टांक, गजाला कमाल, रेखा आर्य, दया सुयाल, निर्मला चंद्रा, कैलाश रौतेला, सुरेश चंद्र, सागर आर्या आदि मौजूद रहे।

वहीं, देर शाम एसडीएम विनोद कुमार, तहसीलदार भगवान सिंह चौहान, सीओ विजय थापा और कोतवाल अशोक कुमार सिंह वार्ता के लिए नगर पालिका पहुंचे। इस बीच एसडीएम विनोद कुमार ने पालिकाध्यक्ष की मागो की जानकारी लेने के साथ ही आमरण अनशन खत्म करने का आग्रह किया। उन्होंने आश्वासन दिया कि डीएम के माध्यम से उनकी मागों को शासन तक रखा जाएगा। इधर आश्वासन के बाद भी पालिकाध्यक्ष नहीं माने उन्होंने कहा कि जब तक बजट आवंटित नहीं किया जाएगा इसी तरह आमरण अनशन जारी रखेंगे। इस दौरान सभासद गजाला कमाल, सुरेश चंद्रसमेत अन्य सभासद मौजूद रहे।

कर्मचारियों ने शुरू किया बेमियादी कार्य बहिष्कार

वेतन की मांग को लेकर निकाय कर्मचारी महासंघ कर्मचारियों ने भी बेमियादी कार्य बहिष्कार शुरू कर दिया है। जिस कारण पालिका दफ्तर में काम काज पूरी तरह बाधित रहा। पार्किग और टोल टैक्स में ही कर्मचारी काम करते हुए दिखे। महासंघ अध्यक्ष ईश्वरी दत्त बहुगुणा ने बताया कि कार्य बहिष्कार की जानकारी शासन-प्रशासन को दे दी है। महासंघ ने साफ किया है कि यदि वेतन का भुगतान नहीं किया गया तो पालिका की आवश्यकीय सेवा भी बाधित कर दी जाएगी। कार्य बहिष्कार को देवभूमि उत्तराखंड सफाई कर्मचारी संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष ओम प्रकाश चौटाला समेत अन्य पदाधिकारियों ने भी समर्थन दिया है।बैठक में हंसा दत्त बहुगुणा, नारायण राम, सुनील खोलिया, खीम सिंह राणा, गोपाल नेगी, ललित मोहन, मोहन चंद्र, दीपक पाडे, चम्पा बिष्ट, लीला पाठक, सरस्वती लोहनी आदि मौजूद रहे।

कांग्रेसियों ने सरकार को घेरा

आमरण अनशन पर बैठे पालिकाध्यक्ष की सुध नहीं लेने व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा वार्ता को नहीं पहुंचने पर कांग्रेसियों ने सरकार पर हमला बोला है। गुरुवार को पूर्व सांसद डॉ. महेंद्र पाल, रामनगर चेयरमैन मो. अकरम, युकां प्रदेश अध्यक्ष सुमित्तर भुल्लर, पूर्व विधायक सरिता आर्य, पूर्व पूर्व चेयरमैन भवाली भुवन अधिकारी, कोटाबाग ब्लॉक प्रमुख रवि कन्याल धरना प्रदर्शन को समर्थन देने पहुंचे। पूर्व विधायक सरिता ने कहा कि स्थानीय विधायक को इस समय जनता के हित में धरना प्रदर्शन का समर्थन करना चाहिए, लेकिन वह बेतुकी बयानबाजी कर सरकार को बचा रहे है। पालिकाध्यक्ष की लड़ाई हर माह मिलने वाली ग्रांट के लिए नहीं है वह तो वर्षो से लंबित पेंशन, ग्रेच्युटी और एरियर के भुगतानों के लिए लड़ रहे है। इस दौरान ज्येष्ठ उप प्रमुख हिमांशु पांडे, संजय कुमार, योगेश आर्य, कैलाश अधिकारी आदि लोग मौजूद रहे।


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