UPNL Workers Strike : सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में डॉक्टर खींच रहे स्ट्रेचर, नर्सें लगा रहीं झाड़ू
UPNL Workers Strike डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में उपनल कर्मियों की हड़ताल को सात दिन हो गए। व्यवस्थाएं बदहाल होती जा रही हैं। बुधवार को मरीजों को ऑपरेशन थिएटर तक ले जाने के लिए खुद डॉक्टरों को ही स्ट्रेचर खींचना पड़ा।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : UPNL Workers Strike : डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में उपनल कर्मियों की हड़ताल को सात दिन हो गए। व्यवस्थाएं बदहाल होती जा रही हैं। बुधवार को मरीजों को ऑपरेशन थिएटर तक ले जाने के लिए खुद डॉक्टरों को ही स्ट्रेचर खींचना पड़ा। वहीं, कई वार्डों में नर्सें ही झाडूू लगाती नजर आईं।
स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग में डिलीवरी के दौरान महिला को तत्काल ऑपरेशन थिएटर में ले जाना था, लेकिन वहां पर कोई भी वार्ड ब्वाय नहीं था। इसलिए महिला डाक्टर खुद ही स्ट्रेचर खींचकर मरीज को ओटी तक ले गईं। वहीं कैंसर वार्ड में भी सुबह जब नर्सें ड्यूटी पर पहुंची तो गंदगी बिखरी पड़ी थी। कोई सफाई कर्मचारी नहीं पहुंचा तो उन्होंने झाडू पकड़ा और पूरा वार्ड साफ कर दिया। इस तरह की स्थिति कई वार्डों में देखने को मिल रही है। कुछ स्थायी कर्मचारियों को अतिरिक्त ड्यूटी करनी पड़ रही है।
बुद्ध पार्क में प्रदेश प्रदाधिकारियों ने भी भरी हुंकार
उपनल कर्मियों की हड़ताल को और तेज करने के लिए बुधवार को उपनल कर्मचारी महासंघ देहरादून के प्रदेश पदाधिकारी भी बुद्ध पार्क स्थित धरनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने आंदोलन की आगे की रणनीति पर चर्चा की। धरनास्थल पर आप के प्रदेश प्रवक्ता समित टिक्कू, कांग्रेस के ललित जोशी समेत कई संगठनों के लोगों ने समर्थन दिया। इसमें नीरज हैडिय़ा, चंदू कफल्टिया, मोहन रावत, मनमोहन पाटनी, जितेश क्वीरा, हेमा आर्या, अंजली अधिकारी, उमा डांगी, सुशील कुमार मसीह, चंचल कुमार, राकेश कुमार, नवीन जोशी आदि शामिल आदि शामिल रहे।
हड़ताल का नहीं मिलेगा वेतन, ड्यूटी कर लें ज्वाइन
राजकीय मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सीपी भैंसोड़ा ने कहा कि शासन ने हड़ताल के समय का वेतन नहीं देने का आदेश जारी किया है। इस नियम का भी सख्ती से पालन करवाया जाएगा। इसलिए उपनल कर्मियों से धरना समाप्त करने की अपील की जाती है।
ओपीडी आधी हो गई, ऑपरेशन थिएटर बंद
एसटीएच में जहां 1200 से अधिक ओपीडी पहुंचने लगी थी, वहीं बुधवार को 730 मरीज ही ओपीडी में पहुंचे। भर्ती मरीजों की संख्यसा 326 है। जहां प्रतिदिन 30 से अधिक ऑपरेशन हो जाते थे, वहां इमरजेंसी के ही ऑपरेशन हो रहे हैं। ओपीडी की ब्लड जांचें बंद हैं।
जांचों की यह रही स्थिति
जांचें मरीज
सीटी स्कैन 20
एमआरआइ 10
अल्ट्रासाउंड 10
एक्सरे 120
इमरजेंसी 41
आज भर्ती 43
निजी संस्था के कर्मचारियों को सफाई के लिए बुलाया
नगर निगम के पर्यावरण मित्रों ने भी एसटीएच में सफाई करने से इन्कार कर दिया। इसके बाद नगर प्रशासन, कॉलेज प्रशासन ने मिलकर निजी संस्था के जरिये सफाई करवाने का निर्णय लिया। प्रभारी सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह ने बताया कि 15 निजी संस्था के पर्यावरण मित्रों को सफाई के लिए लगवाया है। काफी हद तक राहत मिल गई है। कॉलेज सभागार में आयोजित बैठक में प्राचार्य प्रो. सीपी भैंसोड़ा, एसडीएम विवेक राय आदि शामिल रहे।
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