Move to Jagran APP

भीमताल में अचानक बाहरी प्रदेशों से आमद बढ़ी, ग्रामीणों ने की रोक लगाने की मांग

भीमताल और आसपास के क्षेत्रों में इन दिनों बाहरी प्रदेशों से आने वाले लोगों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी हो गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के मुताबिक रात में प्रवेश करने वाले लोगों की संख्या दिन पर दिन बढ़ते जा रही है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sun, 25 Apr 2021 12:15 PM (IST)Updated: Sun, 25 Apr 2021 12:15 PM (IST)
भीमताल में अचानक बाहरी प्रदेशों से आमद बढ़ी, ग्रामीणों ने की रोक लगाने की मांग
भीमताल में अचानक बाहरी प्रदेशों से आमद बढ़ी, ग्रामीणों ने की रोक लगाने की मांग

भीमताल, जागरण संवाददाता : भीमताल और आसपास के क्षेत्रों में इन दिनों बाहरी प्रदेशों से आने वाले लोगों की संख्या में अचानक बढ़ोतरी हो गई है। जहां एक ओर शासन-प्रशासन ने कोरोना रिपोर्ट को अनिवार्य कर दिया है, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के मुताबिक रात में प्रवेश करने वाले लोगों की संख्या दिन पर दिन बढ़ते जा रही है।

loksabha election banner

भीमताल और आसपास के क्षेत्रों में दिल्ली-कोलकाता मुंबई और अन्य बड़े शहरों के लोगों ने अपनी कोठिया बनाई हैं। जहां पूरे वर्ष इनमें कभी-कभार ही कोई रहने के लिए आया है। इन दिनों लगभग शत-प्रतिशत घर पैक हैं। इन घरों में काम स्थानीय लोग ही करते हैं। ऐसे में कोरोना संक्रमण फैलने का अंदेशा बढ़ गया है। ग्रामीणों इन लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगाने की मांग की है।

प्रांतीय उद्योग व्यापार मंडल से संबंधित व्यापारियों ने भी क्षेत्र में बाहर से आने वाले लोगों को चिन्हित करने और उन कोअनिवार्य रूप से रिपोर्ट दिखाने के बावजूद होम क्वॉरेंटाइन कराने की मांग की है। व्यापारियों का कहना है कि बाहर से आने वाले लोग बाजारों से खरीदारी कर रहे हैं। इनसे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। स्थानीय व्यापारियों ने जिलाधिकारी उप जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी से मामले की गंभीरता को समझते हुए तुरंत कार्रवाई कराने की मांग की है। मांग करने वालों में लगभग शत-प्रतिशत व्यापारियों ने अपनी सहमति जताई है।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.