इंटरप्रिटेशन सेंटर में है कार्बेट नेशनल पार्क के बारे में पूरी जानकारी, पर्यटकों से कमाए 15 लाख
कार्बेट नेशनल पार्क आने वाले पर्यटकों के लिए धनगढ़ी में बनाया गया इंटरप्रिटेशन सेंटर आकर्षण का केंद्र बना है। कार्बेट के भीतर वन्य जीवों की मौजूदगी के अलावा जैवविविधता से रूबरू कराता इंटरप्रिटेशन सेंटर राजस्व अर्जन का भी अच्छा जरिया बना है।
जागरण संवाददाता, रामनगर : कार्बेट नेशनल पार्क आने वाले पर्यटकों के लिए धनगढ़ी में बनाया गया इंटरप्रिटेशन सेंटर आकर्षण का केंद्र बना है। कार्बेट के भीतर वन्य जीवों की मौजूदगी के अलावा जैवविविधता से रूबरू कराता इंटरप्रिटेशन सेंटर राजस्व अर्जन का भी अच्छा जरिया बना है। साल भर में चार माह कोविड की वजह से बंद रहने के बावजूद सेंटर ने 15 हजार पर्यटकों से 15 लाख रुपये की कमाई की है।
कार्बेट प्रशासन ने कार्बेट टाइगर रिजर्व के तमाम पहलुओं से पर्यटकों को अवगत कराने के लिहाज से धनगढ़ी में नेशनल हाईवे के समीप इंटरप्रिटेशन दो अक्टूबर 2020 में शुरू किया था। तत्कालीन सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस सेंटर का शुभारंभ किया था। एक साल से कम समय में करीब एक करोड़ की लागत से तैयार यह सेंटर अब पर्यटकों की पसंदीदा जगह बन गया है। पर्यटक कार्बेट में बिना जाए भी इस सेंटर से ही कार्बेट के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर रहे हैं।
यहां करीब 30 साल पुराने मृत बाघ व गुलदार भी देख सकते हैं। ये डमी वन्यजीव देखने में यह बिल्कुल वास्तविक ही नजर आते हैं। बच्चों के लिए भी इस सेंटर में प्रकृति व वन्यजीवों का रोचक संसार है। कार्बेट प्रशासन ने सौ रुपये शुल्क निर्धारित किया है। यह सेंटर भ्रमण के लिए बेहतरीन स्पाट के रूप में पहचान बना रहा है। सर्पदुली रेंज के डिप्टी रेंजर बालम सिंह रावत ने बताया कि यहां आकर पर्यटक कार्बेट की समग्र जानकारी लेकर लौटते हैं। कोविड के चलते चार माह सेंटर बंद रखा गया था।
सीटीआर का आईना है इंटरप्रिटेशन सेंटर
सेंटर में कार्बेट टाइगर रिजर्व (सीटीआर) के अंतर्गत छोटी-बड़ी व उनकी सहायक नदियां, पक्षी, बाघ, चीतल, हाथी, गुलदार, सांभर व तमाम प्रजाति के सरीसृप, जैव विविधता, जंगल में रेस्ट हाउस तथा ग्रामीण परिवेश के बारे में ज्ञानवर्धक जानकारी दी गई है। यह सब एक माडल के रूप में दर्शाया गया है। इतना ही नहीं जंगल में बारिश की आवाज, रात में दहाड़ते वन्य जीवों व बाघ के हमले की थ्री डी वीडियो भी यहां देखी जा सकती है। सेंटर में प्रवेश करने पर आभास होता है कि मानो कार्बेट में ही मौजूद हों। इस सेंटर को तारक मेहता का उल्टा चश्मा के कलाकार सुंदर लाल यानी मयूर वकानी की अहमदाबाद स्थित कंपनी ने तैयार किया।
देश का पहला वाइल्ड लाइफ इंटरप्रिटेशन सेंटर
कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के धनगढ़ी गेट पर म्यूजियम पहले से ही बना था। इसी म्यूजियम को एक करोड़ की लागत से हाईटेक करते हुए इसमें इंटरप्रिटेशन सेंटर बनाया गया है। वन्जीवों की स्थिति को दर्शाने वाला यह देश का पहला इंटरप्रिटेशन सेंटर है। इंटरप्रिटेशन सेंटर में प्रवेश करने पहले ही टाइगर एवं एक चिड़िया के लिए सेल्फी स्पॉट बनाया गया है। इसमें 36 सीटों वाला 3डी थियेटर बनाया गया है, जिसमें वन्यजीवों की फिल्म दिखाई जाएगी। रात में वन्यजीव जंगल में कैसे विचरण करते हैं और कैसे शिकार करते हैं, इसे अंधेरे कमरे में दिखाया जाएगा।