Lockdown : एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने कहा-सरकार कॉलेजों में तीन माह की फीस माफ करे
एनएसयूआई ने लॉकडाउन से उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर सरकार से सभी डिग्री कॉलेजों में तीन माह की फीस माफ करने समेत छह सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा ।
हल्द्वानी, जेएनएन : एनएसयूआई ने लॉकडाउन से उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर सरकार से सभी डिग्री कॉलेजों में तीन माह की फीस माफ करने समेत छह सूत्री मांगों का ज्ञापन उच्च शिक्षा उन्नयन समिति के उपाध्यक्ष डॉ. बीएस बिष्ट को सौंपा। संगठन ने लॉकडाउन को भी अपना समर्थन दिया है। संगठन पदाधिकारियों ने कहा कि सभी तरह के काम काज ठप होने के कारण लोगों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ा रहा है। हाईकोर्ट ने भी स्कूलों द्वारा जबरन फीस की डिमांड करने पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसे में सरकार को हायर एजुकेशन की फीस भी माफ करनी चाहिए।
ज्ञापन देने गौलापार स्थित उच्च शिक्षा निदेशालय पहुंचे एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष विशाल सिंह भोजक ने डॉ. बिष्ट को छात्र-छात्राओं की आर्थिक स्थिति के बारे में भी बताया। कहा कि लॉकडाउन के चलते सभी तरह के व्यापार बंद हैं। जिसके चलते लोग कॉलेजों में पढऩे वाले अपने बच्चों की फीस व अन्य खर्चों को लेकर चिंतित हैं। ऐसे में सभी डिग्री कॉलेजों में एक सेमेस्टर की फीस तो पूर्णतया माफ की जानी चाहिए। साथ ही हॉस्टल व पीजी में रह रहे छात्रों से किराया भी न लिया जाए।
कहा कि ऑनलाइन पढ़ाई करवा रहे कोचिंग संस्थानों को भी तीन माह की फीस न लेने के आदेश जारी किए जाएं। कमजोर इंटरनेट कनेक्टिविटी व सुविधाओं की कमी का हवाला देते हुए जिलाध्यक्ष भोजक ने कहा कि पूरे प्रदेश में प्रथम, द्वितीय, तृतीय व अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं को पिछले वर्ष के मूल्यांकन के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट किया जाना चाहिए।
यह भी पढें
सभी प्रवासियों को वापस लाने को लेकर दायर याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई, सरकार से मांगा जवाब
महाराष्ट्र नासिक से बनबसा पहुंचे 38 नेपाली नागरिक, सूचना पर पुलिस ने राेका