एनआरएलएम यूट्यूब पर लाएगा आत्मनिर्भर महिलाओं का काम, उनकी कहानियां बनेंगगी दूसरों के लिए प्रेरणा
महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने को यूट्यूब जरिया बनाया जाएगा। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) से हजारों महिलाओं को स्वरोजगार व रोजगार से जोड़ा जा चुका है जो महिलाएं एक-एक रुपये को मोहताज थीं अब वह आर्थिक रूप से सक्षम हैं।
बृजेश पांडेय, रुद्रपुर : महिलाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने को यूट्यूब जरिया बनाया जाएगा। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (एनआरएलएम) से हजारों महिलाओं को स्वरोजगार व रोजगार से जोड़ा जा चुका है, जो महिलाएं एक-एक रुपये को मोहताज थीं, अब वह आर्थिक रूप से सक्षम हैं। अब तक के परिवर्तन की वीडियो बनाकर एनआरएलएम के यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया जाएगा, जिससे महिलाएं जागरूक हों।
महिलाओं को रोजगार व स्वरोजगार के लिए प्रेरित करने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन से जोड़ने की कवायद जिले में युद्ध स्तर पर चल रही है। वर्तमान में करीब 50 हजार से अधिक महिलाएं रोजगार से जुड़ चुकी हैं। स्वयं सहायता समूह, ग्रोथ सेंटर्स से यह महिलाएं आठ से 10 हजार रुपये प्रति माह कमा रही हैं। इसके साथ ही हुनरमंद भी बन रही हैं। किसी ने बिस्किट बनाना सीखा है तो कोई जूट, मूज, बांस तथा बेकार वस्तुओं से क्राफ्ट का काम सीखकर आत्मनिर्भर बना है।
इन सभी उपलब्धियों को संकलित करने की योजना चल रही है। वर्तमान डिजिटाइजेशन के दौरान में इसे उसी प्रकार से लोगों के बीच लाने की मुहिम चलाई जाएगी। राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का यूट्यूब चैनल बनाया जाएगा, जिसमें शार्ट फिल्म, वीडियो तैयार किया जाएगा। इसमें सफल महिलाओं के पहले की स्थिति और वर्तमान में उसकी सफलता पर आधारित वीडियो बनाकर चैनल पर अपलोड किया जाएगा, जिससे सफल महिलाओं की उपलब्धि लोगों के लिए प्रेरणास्वरूप साबित हो ताकि दूसरी महिलाएं प्रेरित हों सके।
परियोजना निदेशक करेंगे चैनल का संचालन
परियोजना निदेशक हिमांशु जोशी यूट्यूब चैनल का संचालन करेंगे, जिसमें जागरूकता गीत एवं वीडियो को मिक्स करके तैयार किया जाएगा। समय-समय पर वीडियो को अपलोड करने के बाद सब्सक्राइबर्स बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा, जिससे अधिक से अधिक लोगों तक इसे पहुंचाया जा सके।
एक ही बार में मिलेंगे 50 हजार सब्सक्राइबर्स
यूट्यूब चैनल बनाने के बाद हर कोई अपने सब्सक्राइबर्स बढ़ाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोडऩा चाहता, लेकिन एनआरएलएम के चैनल को हजारों सब्सक्राइबर्स चंद दिनों में ही मिल जाएंगे। एनआरएलएम से 50 हजार महिलाएं जुड़ी हैं, इन सभी महिलाएं चैनल से जुड़ेंगी। डीआरडीए, यूएसनगर के प्रोजेक्ट डाइरेक्टर हिमांशु जोशी ने बताया कि यूट्यूब चैनल की शुरुआत जल्द की जाएगी, जिसमें एनआरएलएम की महिलाओं को जोड़ा जाएगा। शुरू से अब तक की उनकी उपलब्धि को उसमें दिखाया जाएगा। इसे देखकर अन्य महिलाएं भी स्वरोजगार के लिए प्रेरित होंगी।