अब एनईएफटी व आरटीजीएस की सेवाएं देगा उत्तराखंड राज्य सहकारी बैंक nainital news
आरबीआइ ने उत्तराखंड राज्य सरकारी बैंक को भी आरटीजीएस और एनईएफटी जैसी केंद्रीयकृत भुगतान प्रणाली के लिए अधिकृत कर दिया है।
संवाददाता, जेएनएन : आरबीआइ ने उत्तराखंड राज्य सरकारी बैंक को भी आरटीजीएस और एनईएफटी जैसी केंद्रीयकृत भुगतान प्रणाली के लिए अधिकृत कर दिया है। इसके अलावा अब यह बैंक उत्तर भारत का पहला ऐसा सहकारी बैंक बन गया है, जिसे आरबीआइ से एसजीएल तथा चालू खाता, इंफीनेट व एनडीएस की सुविधा दी गई है। इससे यह बैंक बिना किसी मध्यस्थ बैंक की सहायता लिए ही अपने उपभोक्ताओं को आरटीजीएस व एनईएफटी की सुविधा देने में सक्षम होगा।
राज्य सहकारी बैंक के प्रबंधक दीपक कुमार ने बताया कि बैंक को बैंक का अब अपना आइएफएस कोड होगा। पहले आइसीआइसीआइ बैंक की मदद से आरटीजीएस व एनईएफटी की सुविधा मिलती थी, जो दोपहर तीन बजे तक ही काम करता था, लेकिन अब यह सुविधा शाम छह बजे तक उपलब्ध हो सकेगी।
उन्होंने बताया कि पहले बैंक अपने उपभोक्ताओं को आरटीजीएस व एनईएफटी की सुविधा देने के लिए निजी बैंक में 30 से 40 करोड़ की रकम जमा रखनी होती थी। जिस पर कोई ब्याज भी प्राप्त नहीं होता था। उन्होंने कहा कि सदस्यता मिल जाने से बैंक अब निजी बैंकों में जमा रखने वाली धनराशि का प्रयोग व्यवसाय हेतु कर लाभ अर्जित कर सकेगा। कुमार ने बताया की अधिकार प्राप्त होने के बाद बैंक अन्य बैंकों को जिनके पास यह सुविधा नहीं है उन्हें आरटीजीएस व एनईएफटी की सुविधा दे सकेगा।
दीपक कुमार ने इस सुविधा के अलावा बैंक को रिजर्व बैंक द्वारा इंडियन फाइनेंसियल नेटवर्क (इंफीनेट) सदस्यता हेतु भी अधिकृत किए जाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इंफीनेट से बैंकों को बेहतर संचार सुविधा उपलब्ध होती है। अब तक बैंक किसी मध्यस्थ से संचार सुविधा का उपयोग कर रहा था। लेकिन अब बैंक सीधे आरबीआइ द्वारा अधिकृत इंफीनेट के द्वारा संचार कर सकेगा।