Covid-19 : इलाज में लापरवाही करने वाले अधिग्रहित निजी अस्पतालों पर होगी कार्रवाई
लॉकडाउन के दौर में प्रशासन ने छह निजी अस्पतालों को अधिग्रहित किया है लेकिन इन अस्पतालों में शासकीय दरों में इलाज न होने को लेकर डीएम सविन बंसल ने सख्त रुख अपनाया गया है।
हल्द्वानी, जेएनएन : लॉकडाउन के दौर में प्रशासन ने छह निजी अस्पतालों को अधिग्रहित किया है, लेकिन इन अस्पतालों में शासकीय दरों में इलाज न होने को लेकर डीएम सविन बंसल ने सख्त रुख अपनाया गया है। नियमित मॉनिटरिंंग करने के लिए प्रत्येक निजी अस्पताल के लिए नोडल अधिकारी तय कर दिए हैं।
सुशीला तिवारी अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल के रूप में विकसित किए जाने के बाद अन्य मरीजों को परेशानी होने लगी है। बेस अस्पताल में पर्याप्त संसाधन व डॉक्टर नहीं होने की वजह से गरीब मरीज इलाज करने में असमर्थ हो गए हैं। ऐसे में अब प्रशासन ने अधिग्रहित छह निजी अस्पतालों के लिए सख्त नियम लागू कर दिए हैं। बुधवार की शाम को कैंप कार्यालय में डीएम ने समीक्षा बैठक में निजी अस्पतालों के लिए नोडल अधिकारी तय कर दिए हैं। नोडल अधिकारी प्रतिदिन एडीएम कैलाश टोलिया व सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह को रिपोर्ट करेंगे। साथ ही बेस अस्पताल से रेफर होने वाले मरीजों को इलाज उपलब्ध कराना सुनिश्चित कराएंगे। रेफर होने वाले सभी एपीएल तथा बीपीएल मरीजों को शासकीय दरों पर चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करानी होंगी। डीएम ने निजी चिकित्सालय के स्वामियों से कहा है कि संक्रमण काल में सेवाभाव से कार्य करें और नैतिक दायित्व का निर्वहन करें।
सूचनाएं पोर्टल पर करनी होंगी अपलोड
अधिग्रहित अस्पतालों में जो भी सुविधायें स्टाफ व अन्य संसाधन उपलब्ध हैं। उसके लिए एक पोर्टल तैयार किया गया है। जिसमेें सभी सूचनायें अपलोड कर दी गई है। साथ ही इसमें नियमित रिपोर्टिंग भी करनी होगी।
अधिकारी ऐसे रखेंगे कोर्डिनेट
सभी नोडल अधिकारी, बेस अस्पताल, सीएमओ, निजी चिकित्सालय प्रबंधन, प्रशासनिक अधिकारियों, मरीजों व उनके तीमारदारों के साथ ही बेस चिकित्सालय की कंसलटैंट डॉ. विनीता साह से संवाद बनाए रखेंगे।
ये हैं छह अस्पताल
बृजलाल अस्पताल, कृष्णा अस्पताल, नीलकंठ अस्पताल, विवेकानंद अस्पताल, साईं अस्पताल व सेंट्रल अस्पताल
बैठक में ये रहे मौजूद
बैठक में एसएसपी एसके मीणा, एडीएम कैलाश टोलिया, एसएस जंगपांगी, सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी धनपत कुमार, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, उप निदेशक रेशम अरविंद ललौरिया आदि शामिल रहे।
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