हल्द्वानी जेल में गूंजी किलकारी, धूमधाम से कराया गया बेटी का नामकरण
मां के गुनाह की सजा हल्द्वानी जेल में अबोध बच्ची को भी भुगतनी होगी। जेल में 10 साल बाद एक महिला बंदी ने बच्ची को जन्म दिया। सोमवार को कारागार में उसका वैदिक मंत्रोचार के साथ धूमधाम से नामकरण किया गया और पंडित ने बच्ची को नाम दिया बानी।
दीप चंद्र बेलवाल, हल्द्वानी : मां के गुनाह की सजा हल्द्वानी जेल में अबोध बच्ची को भी भुगतनी होगी। जेल में 10 साल बाद एक महिला बंदी ने बच्ची को जन्म दिया। सोमवार को कारागार में उसका वैदिक मंत्रोचार के साथ धूमधाम से नामकरण किया गया और पंडित ने बच्ची को नाम दिया बानी। बानी की जिंदगानी मां के साथ जेल से शुरू हो गई है।
किच्छा निवासी एक महिला 22 जनवरी 2021 को हल्द्वानी जेल में धारा 366 व पाक्सो एक्ट में लाई गई थी। जेल लाने के दौरान वह गर्भवती थी। जेल प्रशासन के अनुसार 31 अक्टूबर को महिला को प्रसव पीड़ा शुरू हुई। कड़ी सुरक्षा के बीच उसे एसटीएच के बाद एम्स ऋषिकेश भेजा गया। जहां महिला बंदी ने एक बच्ची को जन्म दिया। अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद महिला बंदी को वापस जेल के बैरक में लाया गया। सोमवार को जेल प्रशासन के लिए खास मौका था। महिला बंदी से जन्मी बच्ची का नामकरण धूमधाम से किया गया। जिसमें सभी महिला बंदी शामिल रहीं।
छह पौंड का काटा केक
मासूम के नामकरण समारोह को जेल प्रशासन ने यादगार बना दिया। पहली बार जेल के अंदर छह पौंड का सबसे बड़ा केक काटा गया। इस दौरान सभी महिला बंदियों को चाय व समोसे की पार्टी दी गई। बंदी महिलाओं ने कुमाऊंनी, गढ़वाली व पंजाबी गीतों पर डांस भी किया।
मुंह दिखाई का दिया उपहार
जेल में पैदा हुई बच्ची को देखते समय उपहार दिए गए। जेल अधीक्षक समेत जेलर व अन्य कर्मचारियों ने मुंह दिखाई के रुपये दिए। साथ ही बच्ची को गर्म कपड़े खरीदकर भेंट किए। जेल अधीक्षक सतीश सुखीजा ने बताया कि जेल में महिला बंदी ने बच्ची को जन्म दिया है। सोमवार को उसका नामकरण संस्कार धूमधाम से मनाया गया। मासूम के जन्म के बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं।