लोहाघाट में जंगल से लकड़ी ला रही नवविवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
चंद्रा देवी उम्र 20 पत्नी योगेश सिंह अधिकारी बुधवार को सास मुन्नी देवी के साथ गांव से लगभग सौ मीटर दूर खेतों में जलौनी लकड़ी लेने गई। लकड़ी लेकन घर लौटते समय बगौरा के पास सिर में अचानक दर्द उठा और वह बेहोश होकर गिर गई।
संवाद सहयोगी, लोहाघाट : बाराकोट ब्लाक के रैघांव में सास के साथ गांव के पास में जलौनी लकड़ी लेने गई एक नव विवाहिता महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिजन आनन फानन में उपजिला अस्पताल लाए जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
राजस्व उपनिरीक्षक गोविंद पंगरिया ने बताया कि चंद्रा देवी उम्र 20 पत्नी योगेश सिंह अधिकारी बुधवार को सास मुन्नी देवी के साथ गांव से लगभग सौ मीटर दूर खेतों में जलौनी लकड़ी लेने गई। लकड़ी लेकन घर लौटते समय बगौरा के पास सिर में अचानक दर्द उठा और वह बेहोश होकर गिर गई। स्वजन आनन-फानन में उसे उपचार के लिए उपजिला अस्पताल लाए जहां उपचार कर रहे चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। पंचायतनामा तहसीलदार विजय गोस्वामी ने भरा।
उप जिला अस्पातल के चिकित्सक डा. ज्ञान प्रकाश ने शव का पोस्टमार्टम कर परिजनों को सौंप दिया। तहसीलदार ने बताया कि मायके और ससुराल दोनों पक्षों के लोगों पहुंच गए है। अभी तक किसी की ओर से काई तहरीर नहीं मिली है। शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। मृतका का मायका रीठा साहिब के पदमपुरा में है। बीते नवंबर माह में उसकी शादी योगेश सिंह अधिकारी के साथ हुई थी। मृतका का पति गाजियाबाद में निजी कंपनी में कार्य करता है। चंद्रा की मौत की खबर मिलते ही गांव में शोक की लहर छा गई है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। उसके बाद ही मौत के कारणों का सही पता चल पाएगा।