Move to Jagran APP

तो अब भारतीय क्षेत्र में अवैध खनन कर रहे हैं नेपाली नागरिक, वन विभाग ने किया इंकार

भारत-नेपाल सीमा के नो मैंस लैंड पर दो माह पूर्व नेपाल की ओर से हुए तारबाड़ का मामला अभी तक नहीं सुलझ पाया है। अब नेपाल के खल्ला क्षेत्र के पास से कुछ वाहनों द्वारा शारदा नदी के पास से खनन चोरी करने का मामला सामने आया है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sun, 27 Dec 2020 09:28 PM (IST)Updated: Sun, 27 Dec 2020 09:28 PM (IST)
तो अब भारतीय क्षेत्र में अवैध खनन कर रहे हैं नेपाली नागरिक, वन विभाग ने किया इंकार
तो अब भारतीय क्षेत्र में अवैध खनन कर रहे हैं नेपाली नागरिक, वन विभाग ने किया इंकार

टनकपुर, जेएनएन : भारत-नेपाल सीमा के नो मैंस लैंड पर दो माह पूर्व नेपाल की ओर से हुए तारबाड़ का मामला अभी तक नहीं सुलझ पाया है। अब नेपाल के खल्ला क्षेत्र पुराना सिद्धनाथ मंदिर के पास से कुछ वाहनों द्वारा भारतीय सीमा के शारदा नदी के पास से खनन सामग्री धड़ल्ले से चोरी करने का मामला सामने आया है। हालांकि वन विभाग ने भारतीय क्षेत्र में खनन होने से इंकार किया है।

loksabha election banner

कोरोना के चलते लंबे समय से सीमा क्षेत्र बंद होने से भारत की सुरक्षा एजेंसियों के साथ वन विभाग की टीम को भी गश्त करने में खासी दिक्कतें आ रही है। करीब दो माह पूर्व टनकपुर से लगे ब्रह्म देव मंडी नेपाल से लगे नो मैंस लैंड में नेपाल की ओर से कई क्षेत्रों में अवैध ढंग से तारबाड़ लगा दी गई थी। इधर पिछले कुछ समय से नेपाल के खल्ला क्षेत्र की तरफ से सुबह व शाम ट्रेक्टर, ट्राली व अन्य वाहनों से चोरी छिपे भारत की शारदा नदी के अलावा नो मैंस लैंड क्षेत्र से अवैध ढंग से रेता, बजरी व पत्थर चोरी की जा रही है।

हालांकि वन विभाग द्वारा शारदा के वन रेंज में लगातार राफ्ट द्वारा काम्बिंग की जा रही है। शारदा वन रेंज के रेंजर महेश सिंह बिष्ट ने बताया कि वन विभाग की टीम द्वारा समय-समय पर गश्त कर रही है। उन्होंने बताया कि नेपाली नागरिक अपने क्षेत्र में खनन कार्य कर रहे हैं। निगरानी के लिए टीम गठित की गई है। यदि भारतीय सीमा में खनन करेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.