Pancheshwar Dam : महाकाली कॉरीडोर के लिए नेपाल सरकार ने 90 करोड़ की धनराशि जारी की
नेपाल ने पंचेश्वर बांध निर्माण को लेकर कवायद तेज कर दी है। नेपाल सरकार ने निर्माणाधीन 426 किमी महाकाली कारीडोर के लिए बजट अवमुक्त कर दिया गया है।
पिथौरागढ़, प्रमोद भट्ट : नेपाल ने पंचेश्वर बांध निर्माण को लेकर कवायद तेज कर दी है। कंचनपुर के ब्रह्मदेव से डडेलधुरा, बैतड़ी और दार्चुला जिले के चीन सीमा से लगे टिंकर तक डूब क्षेत्र के ऊपरी हिस्से में निर्माणाधीन 426 किमी महाकाली कारीडोर के लिए बजट अवमुक्त कर दिया गया है। नेपाल सरकार ने इसके लिए 90 करोड़ की धनराशि स्वीकृत कर बजट अवमुक्त कर दिया है।
महाकाली कॉरीडोर का शुभारंभ 2015-16 से हुआ था। जिसमें अभी तक नेपाल के चार जिलों में 115 किमी मार्ग की कटिंग का कार्य हो चुका है जिसमें नेपाल सरकार द्वारा एक अरब 44 करोड़ की धनराशि व्यय की जा चुकी है। अभी शेष 311 किमी सड़क की कटिंग होनी है। जिसके सर्वे का कार्य पूरा हो चुका है। इस कार्य के लिए नेपाल सरकार ने हाल ही में नब्बे करोड़ की धनराशि अवमुक्त कर दी है। कारीडोर के तहत डडेलधुरा में 11 किमी, बैतड़ी में 70किमी और दार्चुला में 34 कुल 115 किमी सड़क की कटिंग हुई है।
नेपाल ने वर्ष 2015-16 में इस सड़क का नाम दार्चुला -टिंकर आयोजना नाम दिया था। बाद में कंचनपुर के ब्रह्मदेव से चीन सीमा टिंकर तक सड़क का नाम महाकाली कॉरीडोर रख दिया। कॉरीडोर का कार्य सड़क विभाग महाकाली कॉरीडोर आयोजना कार्यालय की देखरेख में हो रहा है। इसके तीन कार्यालय महेंद्र नगर , बैतड़ी और दार्चुला जिले में हैं । दार्चुला सड़क विभाग के अभियंता दिनेश रेखौल ने बताया कि महाकाली कॉरीडोर के लिए सरकार ने नब्बे करोड़ की धनराशि अवमुक्त कर दी है। इस धनराशि से आगे का कार्य किया जाएगा। कॉरीडोर बनाने का लक्ष्य तीन साल का रखा गया है। उनके अनुसार महाकाली कॉरीडोर 2023 तक तैयार हो जाएगा।
कॉरीडोर स्वीकृत कराने में इन नेताओं की रही प्रमुख भूमिका
महाकाली कॉरीडोर बनाने ओर बजट स्वीकृत कराने में बैतड़ी संघीय सांसद दामोदर भंडारी, कंचनपुर के सांसद डॉ. दीपक प्रकाश भट्ट, दार्चुला के सांसद गणेश ठगुन्ना, सुदूर पश्चिम प्रदेश सभा के सदस्य लीलाधर भट्ट्र और पंचेश्वर गांवपालिका के अध्यक्ष गोरख चंद की अहम भूमिका रही है।