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भारतीय सेना प्रमुख नरवने के नेपाल दौरे पर विप्लव माओदी गुट की नजर टेढी

भारत के प्रति आग उगलने वाले नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (विप्लव गुट) की नजर अब सेना प्रमुख मनोज मुकंद नरवणे के नेपाली दौरे पर टेढ़ी हुई है। भ्रमण से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ध्यान भटकाने के लिए इसके सदस्यों ने कालापानी पहुंचने की घोषणा की है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Thu, 29 Oct 2020 06:56 AM (IST)Updated: Thu, 29 Oct 2020 04:15 PM (IST)
भारतीय सेना प्रमुख नरवने के नेपाल दौरे पर विप्लव माओदी गुट की नजर टेढी
नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी विप्लव गुट ने फिर छेड़ा कालापानी का राग, घुसपैठ कर नेपाली झंडा फहराने की योजना

हल्द्वानी, अभिषेक राज : भारत के प्रति आग उगलने वाले नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (विप्लव गुट) की नजर अब सेना प्रमुख मनोज मुकंद नरवणे के नेपाली दौरे पर टेढ़ी हुई है। भ्रमण से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय ध्यान भटकाने के लिए इसके सदस्यों ने कालापानी पहुंचने की घोषणा की है। नेपाली और भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार उत्तराखंड के पिथौरागढ़, चम्पावत या फिर ऊधमसिंह नगर जिले से ये घुसपैठ की कोशिश कर सकते हैं। इसके लिए तीन टीमों का गठन किया गया है। एक टीम में कुल पांच सदस्य शामिल हैं। सभी को अलग-अलग सीमाओं से भारत में दाखिल होने का निर्देश है।

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अभी तक की सूचना के अनुसार ये काम की तलाश का बहाना बनाकर भारत में दाखिल हो सकते हैं। योजना के अनुसार इनके नेपाली क्षेत्र दारचुला में एकत्रित होने की सूचना है। दूसरे गुट की कोशिश पर्यटक के तौर पर कालापानी क्षेत्र के लिंपियाधुरा तक पहुंचने की है, जहां नेपाली झंडा फहराएंगे। सबूत के तौर पर पूरी गतिविधि का वीडियो भी तैयार करेंगे।

सेना प्रमुख के तीन दिवसीय दौरे के बीच में ही नेपाल पहुंचकर इस वीडियो जारी करने की योजना है। इसके पहले मई में भी विप्लव गुट के सदस्यों ने कालापानी पहुंचने की कोशिश की थी, लेकिन तब सुरक्षा एजेंसियों की चौकसी से वे अपनी योजना में सफल नहीं हो सके।

विप्लव गुट

इस गुट का नेतृत्व नेत्र बिक्रम चंद विप्लव करता है। यह पुष्प कमल दहाल उर्फ प्रचंड की नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) से ही अलग होकर बना है। नेपाल के जन आंदोलन में प्रचंड और बिक्रम एक ही साथ रहे। बाद में प्रचंड सत्ता के भागीदार हो गए और अपनी उग्र विचारधारा के साथ विप्लव ने नया संगठन बना लिया। उग्रवादी गतिविधियों के कारण नेपाल सरकार ने इसे प्रतिबंधित कर दिया है।

उत्तराखंड सीमा पर विप्लव की सक्रियता

  • 22 फरवरी 2016: झूलाघाट में विप्लव गुट ने सीमा पर सभा कर भारत विरोधी नारेबाजी की। कालापानी को अपना बताते हुए 1950 की भारत- नेपाल संधि समाप्त करने की मांग उठाई।
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  • 24 फरवरी 2016 : नेपाली प्रधानमंत्री की उत्तराखंड यात्रा के दूसरे दिन ही कार्यकर्ताओं ने सीमा पर पहुंच भारत के विरोध में नारेबाजी की। कालापानी को अपना बताया।
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  • 07 नवंबर 2019 : नेपाल युवा संघ के कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर विप्लव गुट ने सीमा पर नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की। कालापानी और लिपुलेख को अपना बताया।

सेना प्रमुख का नेपाल भ्रमण

नेपाल सरकार की ओर से जारी कार्यक्रम के अनुसार सेना प्रमुख का दौरा चार नवंबर से शुरू हो रहा है। मुख्य कार्यक्रम राष्ट्रपति विद्या देवी भंडारी की ओर से दी जाने वाली नेपाल सेना के जनरल की मानद उपाधि है। इसे नेपाल में मानद महारथी कहा जाता है। असल में नेपाल में सेना प्रमुख को महारथी के नाम से ही संबोधित करते हैं। नेपाल के कमांड और स्टाफ कालेज के छात्रों से भी मुलाकात करेंगे। इसके बाद शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके बाद वह नेपाल के सेना प्रमुख पूर्णचंद थापा से बातचीत करेंगे। इसके बाद सेना प्रमुख की प्रधानमंत्री ओली से मुलाकात होगी।


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