जिला प्रशासन की उपनल कर्मचारियों से हुई वार्ता बेनतीजा, आंदोलन पर डटे रहेंगे कर्मचारी
कहा कि 15–20 सालों से बेहद अल्प वेतन कर्मचारी पूरी ईमानदारी के साथ अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं मगर कभी भी कॉलेज प्रशासन एवं सरकार के द्वारा कर्मचारियों के उज्जवल भविष्य के लिए कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : उपनल कर्मचारी महासंघ के बैनर तले सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय एवं राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के उपनल कर्मचारियों की हड़ताल 22 दिन भी जारी रही। आज जिला प्रशासन के द्वारा सुशीला तिवारी के कर्मचारियों को वार्ता हेतु बुलाया गया था, जिसमें एडीएम नैनीताल, एसडीएम हल्द्वानी, पुलिस अधीक्षक, पुलिस उपाधीक्षक, कोतवाल हल्द्वानी, एसीएमओ समेत कई उच्च अधिकारी उपस्थित थे।
कर्मचारियों के द्वारा इन अधिकारियों को अपनी 2 सूत्री मांग समान काम समान वेतन एवं नियमितीकरण के संबंध में अवगत कराया गया। 15–20 सालों से बेहद अल्प वेतन कर्मचारी पूरी ईमानदारी के साथ अपनी सेवाएं देते आ रहे हैं, मगर कभी भी कॉलेज प्रशासन एवं सरकार के द्वारा कर्मचारियों के उज्जवल भविष्य के लिए कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया। बताया गया कि विगत वर्ष कोरोना काल में लगभग 11 महीने तक कर्मचारी दिन रात पूरी मेहनत ईमानदारी के साथ कोरोना वार्डो में ड्यूटी करते रहे और सुविधाओं के नाम पर कॉलेज प्रशासन एवम सरकार के द्वारा कुछ भी नहीं किया गया। जबकि जब सम्मान देने की बात आई तो उन नियमित कर्मचारियों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने कोरोना काल में कभी भी अस्पताल के भीतर कदम तक नहीं रखा था।
यह आंदोलन उपनल महासंघ के बैनर तले द्वारा पूरे प्रदेशव्यापी आंदोलन है और जब तक हमारी न्याय उचित मांगों पर सरकार के द्वारा कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया जाता है। तब तक उपनल कर्मचारी महासंघ के बैनर तले सुशीला तिवारी चिकित्सालय एवम राजकीय मेडिकल कॉलेज के समस्त कर्मचारी कार्य बहिष्कार पर रहेंगे। आज वार्ता में नीरज हैडिया, चंदू कफलटिया, प्रताप सिंह बोरा, मोहन रावत, मनमोहन पाटनी, महेश कुमार, हेमा आर्या, सुशील मसीह, यतींद्र जोशी, गौरव तिवारी, उमा डांगी, राकेश कुमार उपस्थित थे इसके अतिरिक्त धरने में मदन नौलिया, गणेश सती, दीपा उप्रेती, ममता खनका, दीपिका, चंचल कुमार, अजय कुमार, प्रेमा ओली, चंद्र दत्त दुमका, योगेश ढोलगांई, मनोज जोशी, पंकज जोशी, जीतेश क्वीरा, हरीश कबड़वाल, शंकर टम्टा समेत कई उपनल कर्मचारी उपस्थित थे।
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