हल्द्वानी के रुद्र अस्पताल में फिर उजागर हुई लापरवाही, एक साल पहले भी मिली थी अनियमितता
अस्पताल में पहुंचे तो कोई भी चीज मानक के अनुसार नहीं था। अस्पताल में पंजीकृत डा. विश्वास व प्रबंधक भी मौके पर नहीं मिले। दो दिन पहले एक महिला का आपरेशन से डिलीवरी हुई थी। वह भी नहीं अस्पताल में नहीं थी।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : कालाढूंगी रोड कुसुमखेड़ा स्थित रुद्र हास्पिटल में एक साल बाद दोबारा छापेमारी में अधिकांश वहीं खामियां मिली, जो तब उजागर हुई थी। अस्पताल में मानक के अनुसार कुछ भी संचालित नहीं था। सरसरी तौर पर नगर प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने बायोमेडिकल वेस्ट के सही तरीके से निस्तारण नहीं होने पर 50 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है।
सिटी मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह ने बताया कि शिकायत मिलने पर अस्पताल में पहुंचे तो कोई भी चीज मानक के अनुसार नहीं था। अस्पताल में पंजीकृत डा. विश्वास व प्रबंधक भी मौके पर नहीं मिले। केवल एक एएनएम व स्वीपर भी मिले, जो कोई अस्पताल से जुड़े किसी तरह का अभिलेख नहीं दिखा सके। दो दिन पहले एक महिला का आपरेशन से डिलीवरी हुई थी। वह भी नहीं अस्पताल में नहीं थी। फिलहाल बायोमेडिकल वेस्ट को लेकर 50 हजार जुर्माने की कार्रवाई की गई है। आगे की कार्रवाई के लिए रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपी जाएगी। इस दौरान एसीएमओ डा. रश्मि पंत समेत पुलिस फोर्स मौजूद रहा।
स्वास्थ्य विभाग व नगर प्रशासन की टीम ने 11 जनवरी, 2020 को छापेमारी की थी। उस समय भी यही कमियां थी। तब भी बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण में लापरवाही पर 50 हजार रुपये जुर्माना लगाया गया था। अस्थायी लाइसेंस निरस्त कर दिया गया था। तब निरीक्षण में सीएमओ डा. भारती राणा, नगर मजिस्ट्रेट प्रत्यूष सिंह, एसीएमओ डा. रश्मि शामिल थे।
अस्पताल में मिली ये खामियां
- डाक्टर मौके पर नहीं थे मौजूद
- अस्पताल संचालक मौके पर नहीं मिले
- एक भी मरीज अस्पताल में नहीं था भर्ती
- दो दिन पहले भर्ती मरीज का रिकार्ड भी नहीं था
- बायोमेडिकल वेस्ट के निस्तारण में लापरवाही बरती जा रही थी
- आपरेशन थिएटर भी मानक के अनुसार नहीं थे
- अस्पताल का रजिस्ट्रेशन भी कोई नहीं दिखा सका
11 जनवरी 2020 को भी इसी वजह से लाइसेंस किया था रद