तीन साल पहले गुजर गए पिता, मां ने कपड़े सिलकर बेटी को दिलाया मुकाम
लालडांठ में किराए के कमरे में रहने वाली उषा डालाकोटी के पति का तीन साल पहले निधन हो गया। बेटी मुस्कान ने 93.8 प्रतिशत अंक लाकर प्रदेश की मेरिट सूची में 22वीं रैंक प्राप्त किया है।
हल्द्वानी, गणेश पांडे : कामयाबी सुविधाओं की मोहताज नहीं होती। कठिन परिश्रम और दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ कुछ कर गुजरने का हौसला हो तो रास्ते बनते चले जाते हैं। उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा में गुदड़ी के लालों ने अपनी प्रतिभा के दम पर इसे एक बार फिर साबित किया है। बेटी मुस्कान डालाकोटी ने 93.8 प्रतिशत अंक लाकर प्रदेश की मेरिट सूची में 22वीं रैंक प्राप्त की है। लालडांठ में किराए के कमरे में रहने वाली उषा डालाकोटी के पति का तीन साल पहले निधन हो गया। उषा ने परिवार की गुजर और बेटियों की पढ़ाई के लिए बुटीक शुरू किया। हाईस्कूल की मेरिट में स्थान पाकर बेटी ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने के साथ मां के संघर्ष को सफल कर दिया।
मूलरूप से अल्मोड़ा जिले के लमगड़ा की रहने वाली उषा के पति विनोद डालाकोटी पंडिताई का काम करते थे। पूजा-पाठ से मिलने वाली दक्षिणा से परिवार चलता था। तीन साल पहले हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया। उषा बतातीं हैं वह बीए पास थी। बुटीक का प्रशिक्षण लिया था। दो बेटियों की परवरिश का जिम्मा था। किराए के कमरे में कपड़े सिलाई का काम शुरू कर दिया। घर का किराया, स्कूल फीस, राशन सभी इसी से चलता है। बुधवार को आए रिजल्ट में बेटी मुस्कान डालाकोटी ने 93.8 प्रतिशत अंक लाकर प्रदेश की मेरिट सूची में 22वीं रैंक प्राप्त की है। मुस्कान वैज्ञानिक बनकर देश सेवा करना चाहती है। छोटी बेटी आठ साल की है। मुस्कार की कामयाबी से हरगोविंद सुयाल सरस्वती विद्या मंदिर के उप प्रधानाचार्य जगदीश परगांई, शिक्षिका इंद्रा तिवारी समेत पूरे स्टाफ ने खुशी व्यक्त की है।
किसान के बेटे ने पढ़ाई के लिए घर छोड़ा
हरगोविंद सुयाल इंटर काॅलेज के सचिन पलड़िया ने हाईस्कूल परीक्षा में 93.6 प्रतिशत अंकों के साथ प्रदेश में 23वीं रैंक प्राप्त की है। भीमताल के छोटा कैलास के रहने वाले सचिन छड़ायल में चाचा के परिवार के साथ रहते हैं। पिता हरीश पलड़िया खेती करते हैं। चाचा जगदीश शर्मा ठेकेदारी करते हैं। सचिन ने बताया कि उनके लिए कई बार पिता राशन भेजते हैं। सूरज की तीन बहनें हैं। सचिन का लक्ष्य यूपीएससी में कामयाबी हासिल करना चाहती हैं।