बागेश्वर में बकायेदार दुकानदारों को पालिका का नोटिस, चार दुकानों पर सबसे अधिक बकाया, मचा हड़कंप
पालिका ने बकायेदार दुकानदारों को नोटिस भेज दिए हैं। पालिका के अनुसार इन दुकानों से प्रतिवर्ष 18 लाख 99 हजार रुपये की आय प्राप्त होती है। दुकानें 196 रुपये प्रतिमाह से लेकर चार हजार रुपये तक किराये पर हैं। दुकानदारों ने पालिका को नियमित किराये का भुगतान नहीं किया है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर: पालिका की दुकानों में बिना किराये दिए कब्जा जमाए दुकानदारों के खिलाफ पालिका ने कड़ा रुख अपनाया है। बकायेदारों को नोटिस भेज दिए हैं। 25 दुकानों पर 5,60765 रुपये की बकाया है। चार दुकानों पर सबसे अधिक बकाया है। जिससे व्यापारियों में हड़कंप मच गया है।
नगर पालिका के पास नगर क्षेत्र में 111 दुकानें हैं। यह दुकानें पालिका ने किराये पर दी हैं। हालांकि स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार भी मिला है। लेकिन किराया समय से जमा नहीं करने पर अब उनके खिलाफ कार्रवाई होने लगी है। पालिका ने बकायेदार दुकानदारों को नोटिस भेज दिए हैं। पालिका के अनुसार इन दुकानों से प्रतिवर्ष 18 लाख 99 हजार रुपये की आय प्राप्त होती है। दुकानें 196 रुपये प्रतिमाह से लेकर चार हजार रुपये तक किराये पर हैं। लाकडाउन के बाद से कई दुकानदारों ने पालिका को नियमित किराये का भुगतान नहीं किया है। एक दुकानदार ने 65 हजार और चार दुकानदारों ने 60 हजार रुपये किराये का भुगतान करना है।
क्या कार्रवाई करेगी पालिका
किराया जमा नहीं होने पर पालिका इन दुकानों में तालाबंदी करेगी। उसके बाद भू-राजस्व के माध्यम से वसूली का नोटिस भेजा जाएगा। 10 प्रतिशत अधिक किराया वसूला जाएगा। यदि दुकानदार धनरशि जमा करने में समक्ष नहीं रहा तो दुकान का पंजीकरण रद हो जाएगा और दुकान अन्य जरूरतमंद को देने के लिए टेंडर निकाले जाएंगे।
ईअो राजदेव जायसी का कहना है कि दुकानों से किराया वसूली को लेकिर बकायेदारों को नोटिस भेजे गए हैं। पालिका की टीम लगतार उनसे संपर्क कर रही है। किराया पूरा वसूलने की कोशिश की जा रही है। उसके बाद अग्रिम कार्रवाई होगी।