मारपीट की घटना के बाद रानीबाग शवदाह केंद्र की निगरानी करेगी नगर निगम की टीम
रानीबाग चित्रशिला घाट में शनिवार को उपजे विवाद के बाद निगम निगम प्रशासन सकर्त हो गया है। घाट की निगरानी के लिए कर्मचारी नियुक्त करने की तैयारी है। दाह संस्कार के लिए घाट आने वाले मृतकों के स्वजनों से किसी तरह की वसूली न हो कर्मचारी इसकी निगरानी करेंगे।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : दाह संस्कार को लेकर रानीबाग चित्रशिला घाट में शनिवार को उपजे विवाद के बाद निगम निगम प्रशासन सकर्त हो गया है। घाट की निगरानी के लिए कर्मचारी नियुक्त करने की तैयारी है। दाह संस्कार के लिए घाट आने वाले मृतकों के स्वजनों से किसी तरह की वसूली न हो, कर्मचारी इसकी निगरानी करेंगे।
रानीबाग चित्रशिला घाट में शनिवार को चिता लगाने को लेकर दो पक्षों में मारपीट हो गई थी। शिकायत है कि चिंता लगाने के लिए डेढ़ से दो हजार रुपये वसूल किए जा रहे हैं। हालांकि कोविड संक्रमितों के अंतिम संस्कार के लिए गौला रोखड़ में अस्थायी शवदाह केंद्र बनाया गया है। जहां पर कोविड प्रोटोकाल के तहत अंतिम संस्कार किया जा रहा है।
इसका फायदा उठाते हुए कुछ युवा रानीबाग में भी सक्रिय हो गए हैं और अंतिम संस्कार के लिए आने वालों से चिता लगाने के नाम पर रुपये की मांग कर रहे हैं। नगर आयुक्त सीएस मर्तोलया ने बताया कि शनिवार को इस तरह का मामला सामने आया था। भविष्य में ऐसे मामलों की निगरानी के लिए कर्मचारी नियुक्त किए जाएंगे।
सूर्यास्त के बाद शव न लाने की अपील
रामपुरा स्थित मुक्ति धाम में सूर्यास्त के बाद भी शव पहुंच रहे हैं। मुक्ति धाम समिति के जायदात मंत्री राम बाबू जायसवाल ने बताया कि शनिवार को बरेली रोड से रात नौ बजे व शुक्रवार रात दमुवाढूंगा से स्वजन शव लेकर पहुंचे थे। रात में शवदाह से मना करते पर स्वजन मजबूरी गिनाने लगते हैं। हिंदू धर्म में सूर्यास्त के बाद शवदाह का विधान नहीं है। उन्होंने लोगों से सूर्यास्त के बाद शव नहीं लाने की अपील की है।
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