स्वच्छता की पहल छोडि़ए, पुराने काम को ही पाट दिया, नगर निगम ने सुंदरीकरण के नाम पर कंपोस्ट पिट किया ध्वस्त
2020 में निगम प्रशासन ने नैनीताल रोड स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय पार्क में भूमिगत कंपोस्ट पिट तैयार किया। आसपास के घरों से गीला कचरा अलग कर पिट में जैविक खाद तैयार की जानी थी। यह पहल शहरवासियों के लिए मिसाल बनती।
गणेश पांडे, हल्द्वानी। इस बार के स्वच्छता सर्वे में हल्द्वानी 52 शहरों से पिछड़कर 281वें स्थान पर आ गया। स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में निकायों को नागरिक जुड़ाव के उप घटक के रूप में कुछ नवाचारी गतिविधियां करनी हैं। आवासन व शहरी कार्य मंत्रालय ने इसके लिए 31 दिसंबर की समयावधि तय की है। आधा दिसंबर बीतने को है, इस दिशा में हल्द्वानी नगर निगम की तैयारी शून्य है। एक वर्ष पहले जिस नवाचार की शुरुआत हुई थी, उल्टा उसे भी पाट दिया गया। ऐसे में अगले वर्ष के स्वच्छता सर्वे में निगम प्रशासन की छवि कितना सुधर पाएगी, इसका अंदाजा सहज लगाया जा सकता है।
अगस्त 2020 में निगम प्रशासन ने नैनीताल रोड स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय पार्क में भूमिगत कंपोस्ट पिट तैयार किया। आसपास के घरों से गीला कचरा अलग कर पिट में जैविक खाद तैयार की जानी थी। यह पहल शहरवासियों के लिए मिसाल बनती। दुर्भाग्य से निगम ने इसे पाट दिया। इसके पीछे पार्क के सुंदरीकरण की बात कही जा रही है। अमृत योजना के तहत 14.72 लाख की लागत से होने वाले सुंदरीकरण कार्य का तीन फरवरी 2021 को शिलान्यास हो गया। हालांकि सुंदरीकरण के नाम पर अभी तक महज बाउंड्रीवाल व रैलिंग का काम हुआ है। रविवार को जब हमने पार्क का जायजा लिया तो कंपोस्ट पिट का नामोनिशान नहीं मिला।
इन चार विषयों में करना है नवाचार
सामाजिक समावेशन : शहर को स्वच्छ बनाने में उद्यमियों, शैक्षणिक संस्थानों, एनजीओ, व्यावसायियों व नागरिक संगठनों की भागीदारी।
शून्य ढेर : पुराने कचरे का ढेर समाप्त करना। कचरा व मलीय कीचड़ का विधिवत निस्तारण।
प्लास्टिक कचरा प्रबंधन कचरा मुक्त शहर की सोच को साकार करना।
डिजिटल सक्षमता : स्वच्छता एप, जीआइएस प्लेटफार्म को स्वच्छ शहर की दिशा में उपयोगी बनाना।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. मनोज कांडपाल ने बताया कि पार्क सुंदरीकरण के चलते कंपोस्ट प्लांट की थीम को छोडऩा पड़ा। नवाचारी गतिविधियों को लेकर जल्द ही कोई पहल शुरू की जाएगी। पार्कों की देखरेख की दिशा में कुछ संगठन बेहतरीन कार्य कर रहे हैं।