Move to Jagran APP

मलबा हटाकर चौड़ा किया जाएगा मुखानी चौक, तीन दिन जेसीबी से ढहाए गए अवैध निर्माण

मुखानी चौराहे से निकलने वाले लोगों को जाम से निजात दिलाने की कवायद में लोनिवि अब इसके चारों कोनों का चौड़ीकरण करने जा रहा है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Fri, 19 Apr 2019 12:22 PM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2019 12:22 PM (IST)
मलबा हटाकर चौड़ा किया जाएगा मुखानी चौक, तीन दिन जेसीबी से ढहाए गए अवैध निर्माण
मलबा हटाकर चौड़ा किया जाएगा मुखानी चौक, तीन दिन जेसीबी से ढहाए गए अवैध निर्माण

हल्द्वानी, जेएनएन : मुखानी चौराहे से निकलने वाले लोगों को जाम से निजात दिलाने की कवायद में लोनिवि अब इसके चारों कोनों का चौड़ीकरण करने जा रहा है। तीन दिन लगातार जेसीबी से अवैध निर्माण गिराने के बाद गुरुवार को सड़क पर पड़ा मलबा हटाने का काम शुरू किया गया। मलबे की वजह से सड़क पर जाम लगने की स्थिति बन रही थी। वहीं कुछ अतिक्रमण भी इस दौरान हटाया गया। अब आगे का काम पीडब्ल्यूडी के जिम्मे है।

loksabha election banner

मुखानी चौराहे पर फ्लाईओवर निर्माण का मामला हाई कोर्ट पहुंचने पर डीएम ने अफसरों को अतिक्रमण चिह्नित करने के निर्देश दिए थे, जिसके बाद 71 कब्जेधारकों की सूची तैयार की गई थी। इसमें छोटी-बड़ी दुकानें, बैंक एटीएम से लेकर अस्पताल तक का हिस्सा था। वहीं तीन दिन कार्रवाई करने के बाद गुरुवार सुबह जेसीबी से ढहाए गए अवैध निर्माण के मलबे को हटाया गया। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता एचएस रावत ने बताया कि चारों कोनों से हटाए गए अतिक्रमण को बराबर चौड़ा किया जाएगा। इसके अलावा नालियों का निर्माण भी चल रहा है। पूर्व में डीएम ने दस लाख रुपये दिए थे। वहीं जल्द शासन से काम को लेकर और बजट मिल जाएगा। 

14 पेड़ काटने की अनुमति मिली

मुखानी चौराहे पर 200 मीटर के दायरे में 14 पेड़ आ रहे थे। लोनिवि ने पूर्व में इनके कटान को लेकर वन विभाग से अनुमति मांगी थी, जिसे मंजूरी मिल गई है। जल्द छपान कर पेड़ काट दिए जाएंगे।

आचार संहिता खत्म होने पर होगा सर्वे

चौराहे पर फ्लाईओवर की संभावनाएं तलाशने के लिए पीडब्ल्यूडी फिजिबिलिटी टेस्ट कराएगा। पूर्व में विभाग ने कंपनियों से आवेदन मांगा था। गुजरात व फरीदाबाद की दो कंपनियों ने इसमें रुचि दिखाई है। हालांकि आचार संहिता लगने की वजह से मामला ढीला पड़ गया।

यह भी पढ़ें :  उत्तराखंड की जेलों में क्षमता से डेढ़ गुना अधिक कैदी, 60 फीसद विचाराधीन, 40 फीसद दोषी

यह भी पढ़ें : बसों पर बढे टस्‍कर हाथियों के हमले, परेशान वाहन स्‍वामियों ने कहा संचालन हो रहा घाटे का सौदा


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.