Move to Jagran APP

अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे बेड़गांव में तबाही की तैयारी, भारी भरकम मशीनों से काट रहे पहाड़ी

अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे से तमाम गांवों को जोड़ने वाले काकडी़घाट खूंट मोटर मार्ग पर कार्यदाई संस्था की मनमानी पर ग्रामीणों का सब्र जवाब दे गया। गांव के ठीक ऊपर भारीभरकम मशीनों से पहाड़ी के साथ ही निर्माणाधीन सड़क पंद्रह फीट गड्ढे कर दिए जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने कार्य रुकवा दिया।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Fri, 19 Feb 2021 12:50 PM (IST)Updated: Fri, 19 Feb 2021 12:50 PM (IST)
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे बेड़गांव में तबाही की तैयारी, भारी भरकम मशीनों से काट रहे पहाड़ी
अल्मोड़ा हल्द्वानी हाइवे से सटे बेड़गांव में तबाही की तैयारी, भारी भरकम मशीनों से काट रहे पहाड़ी

गरमपानी, संवाद सहयोगी : अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे से तमाम गांवों को जोड़ने वाले काकडी़घाट खूंट मोटर मार्ग पर कार्यदाई संस्था की मनमानी पर आखिरकार ग्रामीणों का सब्र जवाब दे गया। गांव के ठीक ऊपर भारीभरकम मशीनों से पहाड़ी के साथ ही निर्माणाधीन सड़क में करीब पंद्रह फीट गहरे गड्ढे कर दिए जाने से आक्रोशित ग्रामीणों ने कार्य रुकवा दिया। सड़क पर बैठ संबंधित विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। आरोप लगाया कि कई बार आवाज उठाए जाने के बावजूद विभागीय अधिकारी कार्रवाई नहीं कर रहे कार्यदाई संस्था पर भी मनमानी का आरोप लगाया।

prime article banner

निर्माणाधीन खूंट ककड़ीघाट मोटर मार्ग पर बेड़गांव के ठीक ऊपर भारी भरकम मशीनों से पहाड़ी खदान व मोटर मार्ग में करीब पंद्रह फीट गहरे खड्डे खोद दिए जाने से गांव के ऊपर मानव जनित आपदा का खतरा पैदा हो गया। खतरा भाप शुक्रवार को गांव के लोग सड़क पर उतर आए। पहाड़ी खदान कर रही कार्यदाई संस्था से कार्य रुकवा दिया। महिलाएं जेसीबी मशीन के आगे बैठ गई। संबंधित विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर गुबार निकाला। आरोप लगाया कि पहाड़ी खदान व रोड में पंद्रह फीट से ज्यादा गड्ढा किया जाना समझ से परे है।

यही हालात रहे तो मोटर मार्ग के ठीक नीचे रहने वाले बीस से ज्यादा परिवारो के मकानों के ऊपर से तबाही मच सकती है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पहाड़ी व मोटर मार्ग पर गड्ढे कर पत्थर व मलवा निकाल सड़क में बिछाया जा रहा है। मुनाफे के फेर में ग्रामीणों की जान जोखिम में डाली जा रही। जगह जगह मानकों को ताक पर रख पहाड़ी खदान किया जा चुका है। आरोप लगाया कि कई मवेशी भी पहाड़ी से गिरकर मारे जा चुके हैं। कई बार आवाज उठाने जाने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हो रही।

दो टूक चेतावनी दी कि यदि मनमानी की गई तो अब जिला मुख्यालय स्थित जिलाधिकारी कार्यालय में अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा। इस दौरान आनंद सिंह, हरीश सिंह, गोपाल सिंह, धीरेंद्र सिंह, कुबेर सिंह, जीवन सिंह, दौलत सिंह, डूंगर सिंह, संजय सिंह, नीरज सिंह, ललित सिंह, गिरीश सिंह, नरेंद्र सिंह, नारायण सिंह, राम लाल, विनोद कुमार, महेंद्र सिंह नेगी, देवेंद्र सिंह, तेज सिंह, राजन सिंह, पुष्पा पांडे, बचुली देवी, मोहनी देवी,  पार्वती देवी, सावित्री देवी, भगवती देवी आदि मौजूद रहे।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.