पुराने मकान की फर्श टूटने से एक दर्जन से अधिक लोग घायल, पांच महिलाओं की हालत गंभीर
मुख्यालय से करीब 15 किमी दूर नरसिंह डांडा गांव में मृतक की अंत्येष्टि में गए करीब एक दर्जन से अधिक लोग दो मंजिला पुराने मकान की फर्श टूटने से घायल हो गए।
चम्पावत, जेएनएन : मुख्यालय से करीब 15 किमी दूर नरसिंह डांडा गांव में मृतक की अंत्येष्टि में गए करीब एक दर्जन से अधिक लोग दो मंजिला पुराने मकान की फर्श टूटने से घायल हो गए। घायलों का इलाज जिला अस्पताल व खेतीखान पीएचसी में चल रहा है। इसमें पांच महिलाओं की हालत गंभीर बनी हुई है।
बारिश से बचने के लिए मकान में ली थी शरण
जानकारी के अनुसार नरसिंह डांडा निवासी 75 वर्षीय छत्तर राम लकड़ी से बने दो मंजिला पुराने मकान में अकेला रहता था। जिसकी बीती रात्रि करीब 10.30 बजे मौत हो गई थी। मंगलवार सुबह मौत की सूचना पर गांव वाले पहुंचे तो तेज मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। बारिश से बचने के लिए लोगों ने दो मंजिला मकान के अंदर शरण ली। लोगों की संख्या अधिक होने के कारण मकान का फर्श टूट गया। जिससे ऊपर व नीचे बैठे करीब एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। जिन्हें खेतीखान पीएचसी में भर्ती कराया।
पांच महिलाओं को जिला अस्पताल में भर्ती कराया
गंभीर रूप से घायल पांच महिलाओं को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें पिरोजी देवी (50) पत्नी गणेश राम, देवकी देवी (50) पत्नी नाथ राम, गोमती देवी (52) पत्नी प्रेम राम, मीना देवी (40) पत्नी मनोहर लाल, हरु देवी (52) पत्नी जगदीश राम निवासीगण नरसिंह डांडा हैं। जिनका जिला अस्पताल में डॉ. मुकेश कुमार द्वारा उपचार किया जा रहा है। बाकी सभी की हालत ठीक है। मृतक छत्तर राम की दो बेटियां हैं। जिनकी शादी हो चुकी है। इसलिए वह अकेले घर में रहता था। पत्नी की पूर्व में ही मौत हो चुकी है।
यह भी पढ़ें : कोरोना वायरस को लेकर उत्तराखंड में अलर्ट, अस्पतालों में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड
यह भी पढ़ें : पिथौरागढ़ पहुंची छात्रवृत्ति घोटाले की आंच, एसआइटी पिछले पांच सालों के आंकड़े जुटा रही