रामगढ़ के टाइगर टॉप में मर गईं 25 से अधिक ग्रेट बारबेट प्रजाति की चिडिय़ा
नैनीताल जिले में मल्ला रामगढ़ से दो किमी दूर टाइगर टॉप में एक महीने में 25 से अधिक ग्रेट बारबेट प्रजाति की चिडिय़ा मर गईं। क्षेत्र में लगातार हो रही इन इनकी मौत से लोगों को किसी बीमारी का भय सताने लगा है।
भवाली, संवाद सहयोगी : नैनीताल जिले में मल्ला रामगढ़ से दो किमी दूर टाइगर टॉप में एक महीने में 25 से अधिक ग्रेट बारबेट प्रजाति की चिडिय़ा मर गईं। क्षेत्र में लगातार हो रही इन इनकी मौत से लोगों को किसी बीमारी का भय सताने लगा है। जबकि पर्यावरण वैज्ञानिक भी इसे प्रकृति की चेतावनी मान रहे हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता चेतन दर्मवाल ने बताया कि रविवार को वह टाइगर टाप की तरफ घूमने निकले थे। उन्हें रास्ते में कई जगह 25 से अधिक ग्रेट बारबेट प्रजाति की चिडिय़ा मरी मिलीं। बताया कि इसे क्षेत्रीय भाषा में न्याउली कहा जाता है। उन्होंने स्थानीय लोगों से बात की तो पता चला कि करीब एक महीने से इन चिडिय़ों की जान जा रही है। हालांकि इसका कारण पता नहीं चल पाया है।
उन्होंने कहा कि क्षेत्र में लगातार एक ही प्रजाति के चिडिय़ों का मरना किसी बड़ी बीमारी का संकेत हो सकता हैं। उन्होंने वन विभाग से चिडिय़ों की जांच कराने की मांग की है। वहीं, बोहराकोट ग्राम प्रधान बसंत साह ने बताया कि यह क्षेत्र गांव से काफी ऊपर होने के चलते पक्षियों के मरने की जानकारी नहीं मिल पाई। उन्होंने वन विभाग से बात कर जल्द कार्यवाही करने की मांग की हैं। रेंजर मुकुल शर्मा ने बताया कि उन्हें अबतक पक्षियों के मरने की जानकारी नहीं थी। जल्द मौके पर टीम भेजकर मौत के कारण का पता लगाया जाएगा।
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