काशीपुर में इसलिए की गई थी मोनिश की हत्या, गिरफ्तार आरोपित दोस्तों ने खोला राज
काशपुर पुलिस ने मोनिश उर्फ मोनू हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है। दो दोस्तों ने शराब के नशे में खिल्ली उड़ाए जाने की रंजिश में गमछे से गला घोटकर उसकी हत्या कर दी थी। आरोपितों ने बाद में शव को ढेला नदी में फेंक दिया।
जागरण संवाददाता, काशीपुर : काशपुर पुलिस ने मोनिश उर्फ मोनू हत्याकांड का पर्दाफाश कर दिया है। दो दोस्तों ने शराब के नशे में खिल्ली उड़ाए जाने की रंजिश में गमछे से गला घोटकर उसकी हत्या कर दी थी। आरोपितों ने बाद में शव को ढेला नदी में फेंक दिया, ताकि बहकर कहीं दूर चला जाए और शिनाख्त न हो सके। पुलिस ने हत्या में प्रयोग किया गया गमछा बरामद कर लिया है। आरोपितों को कोर्ट के समक्ष पेश कर जेल भेज दिया गया है।
28 जुलाई को बरामद हुआ था शव
28 जुलाई को डायल 112 पर सूचना आई कि पर्वतीय कॉलोनी के पास ढेला नहर में अज्ञात युवक का शव पड़ा हुआ है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गला घोट कर हत्या किए जाने की बात सामने आई। इसी दौरान शव की शिनाख्त कुंडा थाना क्षेत्र के गांव सरवरखेड़ा निवासी मोनिश उर्फ मोनू पुत्र मोहम्मद मुनाज़िर के रूप में हुई। पुलिस ने मृतक के भाई जावेद की तहरीर पर अज्ञात हत्यारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।
एसपी ने किया घटना का खुलासा
गुरुवार को एसपी प्रमोद कुमार ने कोतवाली में घटना का पर्दाफाश किया। उन्होंने बताया कि हत्यारों का पता लगाने के लिए एएसपी अक्षय प्रह्लाद कोंडे के निर्देशन और इंस्पेक्टर कोतवाली जीबी जोशी के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया था। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सभी मार्गों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखी। बुधवार को मामले में एक अभियुक्त मुकुल भगत पुत्र रमेश भगत और ब्रह्मपाल का नाम प्रकाश में आया। मुकुल मूलरूप से अल्मोड़ा के भिकियासैंण थाना क्षेत्र के गांव खनौलिया का निवासी है और वर्तमान में कुंडा थाना क्षेत्र के गांव गंगापुर में रह रहा है। दूसरे अभियुक्त की पहचान मुरादाबाद के थाना ठाकुरद्वारा के गांव फरीदनगर निवासी ब्रह्मपाल उर्फ पप्पू पुत्र हरिश्चंद्र के रूप में हुई। ब्रह्मपाल इस समय थाना काशीपुर के गांव रमपुरा में रह रहा है।
दोस्त को भी षड़्यंत्र में शामिल किया
बुधवार को दोनों को रिग्गोडे वाले बाबा की मजार गर्जिया रोड रामनगर के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में अभियुक्त मुकुल भगत ने बताया कि मंडी गेट के पास उसकी चाय की दुकान थी जिस पर मोनू अक्सर नशे में आया करता था और उससे नशे की हालत में अनाप-शनाप बातें करता था। आए दिन उसकी खिल्ली उड़ाता था। जिस कारण वह मोनू से नफरत करने लगा और मन में तय कर लिया कि एक दिन इसे खत्म कर दूंगा। ब्रह्मपाल गांव रमपुरा में स्थित कुलदीप की दुकान पर पकोड़े बेचा करता था। ब्रह्मपाल, मोनू और मुकुल तीनों आए दिन एक साथ बैठकर शराब पिया करते थे। 27 जुलाई को भी ऐसा ही हुआ। तीनों ने साथ बैठकर शराब पी और नशे की हालत में मुकुल ने यह तय कर लिया कि आज मोनू की हत्या करनी है। दोस्ती का वास्ता देकर उसने ब्रह्मपाल को इस षड्यंत्र में शामिल कर लिया।
शराब पिलाकर की हत्या
दोनों ने मोनिश को और ज्यादा शराब पिलाई। इसके बाद पर्वतीय कॉलोनी के पास ले जाकर मोनिश की गमछे से गला दबाकर हत्या कर दी। पहचान न हो सके इसलिए शव को उठाकर ढेला नदी में फेंक दिया। घटना का पर्दाफाश करने वाली टीम को एसएसपी ऊधमसिंह नगर दलीप सिंह कुंवर की ओर से ढाई हजार का इनाम देने की घोषणा की गई है। टीम में इंस्पेक्टर कोतवाली जीबी जोशी, एसएसआइ देवेंद्र गौरव, एसआइ रविंद्र सिंह बिष्ट, कांस्टेबल दीवान बोरा, महेंद्र डंगवाल, प्रेम कन्याल, एसओजी के कांस्टेबल गिरीश कांडपाल, दीपक कठैत, सुरेंद्र सिंह, प्रियंका कांबोज आदि शामिल रहे।
हिस्ट्रीशीटर अपराधी है ब्रह्मपाल
एसपी ने बताया कि ब्रह्मपाल मुरादाबाद के थाना ठाकुरद्वारा का हिस्ट्रीशीटर अपराधी है। उसके खिलाफ ठाकुरद्वारा और डिलारी थानों में हत्या, लूट, हत्या का प्रयास, एनडीपीएस एक्ट सहित 18 मुकदमे दर्ज होने की बात सामने आई है। साल 2018 में ब्रह्मपाल काशीपुर आकर रहने लगा और रम्पुरा में पकौड़े बेचने का काम करने लगा।