Move to Jagran APP

Uttarakhand Election 2022 : समर्थकों के साथ बैठक के बाद विधायक मीना गंगोला अब कही ये बात

गंगोलीहाट में भाजपा ने विधायक मीना गंगोला का टिकट काट कर फकीर राम टम्टा को प्रत्याशी बना दिया था। टिकट नहीं मिलने से मीना गंगोला नाराज थी। उन्होंने अभी तक इस मामले को लेकर किसी तरह की प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की थी।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sat, 22 Jan 2022 07:15 PM (IST)Updated: Sat, 22 Jan 2022 07:15 PM (IST)
Uttarakhand Election 2022 : समर्थकों के साथ बैठक के बाद विधायक मीना गंगोला अब कही ये बात
Uttarakhand Election 2022 : गंगोलीहाट और धारचूला में असंतोष को लेकर भाजपा डैमेज कंट्रोल में जुट चुकी है।

जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : टिकट वितरण के बाद जिले में गंगोलीहाट और धारचूला में असंतोष को लेकर भाजपा डैमेज कंट्रोल में जुट चुकी है। गंगोलीहाट में टिकट नहीं मिलने से नाराज विधायक मीना गंगोला की नाराजगी दूर कर दी गई है। मीना गंगोला ने कहा कि वह भाजपा में हैें और भाजपा में ही रहेंगी। प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार कर भाजपा को जिताएंगी।

loksabha election banner

गंगोलीहाट में भाजपा ने विधायक मीना गंगोला का टिकट काट कर फकीर राम टम्टा को प्रत्याशी बना दिया था। टिकट नहीं मिलने से मीना गंगोला नाराज थी। उन्होंने अभी तक इस मामले को लेकर किसी तरह की प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की थी। उनके समर्थकों ने शुक्रवार को उनके आवास पर बैठक कर टिकट वितरण में पुनर्विचार करने की मांग की। हाईकमान को पत्र भेज कर मीना गंगोला को प्रत्याशी बनाने की मांग की थी। ऐसा नहीं होने पर गंगोलीहाट में गंभीर परिणामों की चेतावनी दी थी।

धारचूला के बाद गंगोलीहाट में भी कार्यकर्ताओं के बगावती सुर उठने के बाद जिला भाजपा सक्रिय हो गई। शनिवार को भाजपा जिलाध्यक्ष विरेंद्र सिंह वल्दिया, जिला महामंत्री बसंत जोशी , उपाध्यक्ष महेश पाठक गोलू सहित अन्य नेता गणाईगंगोली पहुंचे। मीना गंगोला के आवास पर जाकर उनसे बात की । मीना गंगोला से हुई वार्ता के बाद भाजपा जिला महामंत्री बसंत जोशी ने बताया कि गंगोलीहाट में मीना गंगोला सहित पार्टी का एक भी कार्यकर्ता नाराज नहीं हैं। मीना गंगोला पार्टी के साथ हैं।

इस मौके पर मीना गंगोला ने दैनिक जागरण से बात कर बताया कि उनकी पार्टी से किसी तरह की कोई नाराजगी नहीं है। भाजपा ने मुझे सम्मान दिया और विधायक बनाया। भाजपा के कारण ही मैं विधायक बनी । पांच साल तक मैने कार्य किए । टिकट नहीं मिलने से कार्यकर्ताओं में रोष था। वह रोष भी समाप्त हो गया है। पार्टी द्वारा घोषित प्रत्याशी के पक्ष में वह स्वयं और कार्यकर्ता जुटेंगे। पार्टी का निर्णय सर्वोपरि है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.