पीपीपी मोड पर चल रहे रामनगर के हॉस्पिटल की अव्यवस्था से सरकार के विधायक भी नाराज
राज्य सरकार द्वारा ठेके पर दिए गए रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय की व्यवस्था से विधायक खासे नाराज हैं। हॉस्पिटल में इतनी खाामियां सामने आ चुकी हैं कि कई बार स्थानीय नागरिक भी पीपीपी मोड से चलने वाले अस्पताल के खिलाफ प्रदर्शन कर चुके हैं।
रामनगर, जागरण संवाददाता : राज्य सरकार द्वारा ठेके पर दिए गए रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय की व्यवस्था से विधायक खासे नाराज हैं। हॉस्पिटल में इतनी खाामियां सामने आ चुकी हैं कि कई बार स्थानीय नागरिक भी पीपीपी मोड से चलने वाले अस्पताल के खिलाफ प्रदर्शन कर चुके हैं। मनमाने तरीके से संचालित हो रहे चिकित्सालय को बंद करने का मामला बढ़ता जा रहा है। विधायक ने शासन से चिकित्सालय की अव्यवस्था की शिकायत करने की बात कही है। वहीं चिकित्सालय के सभी कार्यों की पूरी रिपोर्ट भी तलब की है।
सरकार द्वारा पिछले साल जुलाई से रामनगर के सरकारी चिकित्सालय को शुभम सर्वम कंपनी को ठेके पर चलाने के लिए दे दिया था। सरकार इसके एवज में करोड़ों रुपये महीना कंपनी को भुगतान भी करती है। लेकिन आए दिन सरकारी चिकित्सालय में लोग स्वास्थ्य सुविधा को लेकर सवाल खड़े करते रहते हैं। सोमवार को कंपनी के लोगों ने चिकित्सालय बिना बताए बंद कर दिया।
ओपीडी बंद होने की शिकायत पर चिकित्सालय पहुंचे विधायक दीवान सिंह बिष्ट व एसडीएम विजयनाथ शुक्ल ने मरीजों को उपचार नहीं देने पर नाराजगी जताई थी। अब विधायक ने चिकित्साधिकारी मणिभूषण पन्त व चिकित्सालय चला रहे कंपनी के लोगों से एक्सरे, अल्ट्रासाउंड, ऑपरेशन, डिलीवरी, मरीज पंजीकरण आदि की रिपोर्ट तलब की है। विधायक ने साफ कहा है कि वह शासन में चिकित्सालय प्रबंधन की।मनमानी की शिकायत करेंगे।विधायक ने कहा पर्वतीय क्षेत्रों से भी मरीज इस हॉस्पिटल में आते हैं।
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