Move to Jagran APP

राजस्व कर्मियों के साथ विधायक ने जंगलों में की कांबिंग

विकासखंड भीमताल के अन्तर्गत रौशिल पसौली गुमालगांव पनियाबोर पनिया मेहता गांव से लगे जंगल में जमातियों के छिपे होने की सूचना से हड़कंप मच गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 08 Apr 2020 01:57 AM (IST)Updated: Wed, 08 Apr 2020 06:17 AM (IST)
राजस्व कर्मियों के साथ विधायक ने जंगलों में की कांबिंग
राजस्व कर्मियों के साथ विधायक ने जंगलों में की कांबिंग

संवाद सहयोगी, भीमताल: विकासखंड भीमताल के अन्तर्गत रौशिल, पसौली, गुमालगांव, पनियाबोर, पनिया मेहता, ओखलढूंगा, बड़ेत व स्यूड़ा गांव से लगे जंगलों में जमातियों के छिपे होने की सूचना से हड़कंप मच उठा। इधर ग्रामीणों ने उन्हें जंगल में तलाशने कार्य प्रारंभ कर दिया। ग्रामीणों के साथ विधायक राम सिंह कैड़ा ने भी राजस्व कर्मचारियों के साथ क्षेत्र के जंगलों में कांबिंग की।

loksabha election banner

मालूम हो सोमवार को विधायक राम सिंह कैड़ा ने जिलाधिकारी को ग्रामीणों के हवाले से क्षेत्र के जंगलों में जमातियों के छिपे होने की सूचना दी थी। मंगलवार को विधायक कैड़ा भी ग्रामीणों के साथ जंगल में कांबिंग पर निकले। कांबिंग के दौरान कानूनगो राजेन्द्र सनवाल पट्टी पटवारी गंगादत्त पलड़िया, जिला पंचायत सदस्य प्रेमबल्लभ बृजवासी समेत कई ग्राम प्रधान व बीडीसी मेंबर भी शामिल थे। कई घंटों की कांबिंग के बावजूद जंगलों में कोई संदिग्ध व्यक्ति नहीं दिखाई दिया। इधर विधायक ने ग्रामीणों से क्षेत्र में कोई भी संदिग्ध व्यक्ति दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी थाने व राजस्व कर्मचारियों को सूचित करने की अपील की है।

उधर नैनीताल में 8-10 संदिग्ध लोगों के शहर में घूमने की सूचना से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। सूचना के बाद पुलिस ने संदिग्धों की तलाश की तो सभी बिहारी मजदूर निकले। जानकारी के मुताबिक मंगलवार सुबह स्थानीय लोगों ने आठ-दस लोगों को तल्लीताल रोडवेज स्टेशन से ठंडी रोड होते हुए मल्लीताल की ओर आते हुए देखा। संदिग्ध लोगों के जमाती होने के अंदेशे के चलते कुछ लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद पुलिस ने संदिग्धों की काफी तलाश की लेकिन वह नहीं मिले। इसी बीच संदिग्धों के रुकुट कंपाउंड मल्लीताल की ओर जाने की सूचना मिली। सूचना के बाद एएसआइ सत्येंद्र गंगोला पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और नौ से पूछताछ की। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह बिहारी श्रमिक हैं। सभी रुकुट कंपाउंड में किराये के मकान में रहते हैं। कुछ दिन पूर्व प्रशासन द्वारा रानीबाग एचएमटी परिसर में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर की सफाई के लिए वहा गए थे। मंगलवार सुबह वहां से उन्हें सरकारी वाहन से नैनीताल छोड़ा गया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.