राजस्व कर्मियों के साथ विधायक ने जंगलों में की कांबिंग
विकासखंड भीमताल के अन्तर्गत रौशिल पसौली गुमालगांव पनियाबोर पनिया मेहता गांव से लगे जंगल में जमातियों के छिपे होने की सूचना से हड़कंप मच गया।
संवाद सहयोगी, भीमताल: विकासखंड भीमताल के अन्तर्गत रौशिल, पसौली, गुमालगांव, पनियाबोर, पनिया मेहता, ओखलढूंगा, बड़ेत व स्यूड़ा गांव से लगे जंगलों में जमातियों के छिपे होने की सूचना से हड़कंप मच उठा। इधर ग्रामीणों ने उन्हें जंगल में तलाशने कार्य प्रारंभ कर दिया। ग्रामीणों के साथ विधायक राम सिंह कैड़ा ने भी राजस्व कर्मचारियों के साथ क्षेत्र के जंगलों में कांबिंग की।
मालूम हो सोमवार को विधायक राम सिंह कैड़ा ने जिलाधिकारी को ग्रामीणों के हवाले से क्षेत्र के जंगलों में जमातियों के छिपे होने की सूचना दी थी। मंगलवार को विधायक कैड़ा भी ग्रामीणों के साथ जंगल में कांबिंग पर निकले। कांबिंग के दौरान कानूनगो राजेन्द्र सनवाल पट्टी पटवारी गंगादत्त पलड़िया, जिला पंचायत सदस्य प्रेमबल्लभ बृजवासी समेत कई ग्राम प्रधान व बीडीसी मेंबर भी शामिल थे। कई घंटों की कांबिंग के बावजूद जंगलों में कोई संदिग्ध व्यक्ति नहीं दिखाई दिया। इधर विधायक ने ग्रामीणों से क्षेत्र में कोई भी संदिग्ध व्यक्ति दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी थाने व राजस्व कर्मचारियों को सूचित करने की अपील की है।
उधर नैनीताल में 8-10 संदिग्ध लोगों के शहर में घूमने की सूचना से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। सूचना के बाद पुलिस ने संदिग्धों की तलाश की तो सभी बिहारी मजदूर निकले। जानकारी के मुताबिक मंगलवार सुबह स्थानीय लोगों ने आठ-दस लोगों को तल्लीताल रोडवेज स्टेशन से ठंडी रोड होते हुए मल्लीताल की ओर आते हुए देखा। संदिग्ध लोगों के जमाती होने के अंदेशे के चलते कुछ लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना के बाद पुलिस ने संदिग्धों की काफी तलाश की लेकिन वह नहीं मिले। इसी बीच संदिग्धों के रुकुट कंपाउंड मल्लीताल की ओर जाने की सूचना मिली। सूचना के बाद एएसआइ सत्येंद्र गंगोला पुलिस कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और नौ से पूछताछ की। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह बिहारी श्रमिक हैं। सभी रुकुट कंपाउंड में किराये के मकान में रहते हैं। कुछ दिन पूर्व प्रशासन द्वारा रानीबाग एचएमटी परिसर में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर की सफाई के लिए वहा गए थे। मंगलवार सुबह वहां से उन्हें सरकारी वाहन से नैनीताल छोड़ा गया था।