टांडा जंगल में किशोरी का शव बरामद, गले और शरीर पर चोट के निशान, हत्या की आशंका
बरेली रोड़ पर क्षेत्र घोड़ा नाला के सामने टांडा रेंज के जंगल में एक नाबालिक बालिका का शव मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई ।
लालकुआं, जेएनएन : बरेली रोड़ पर क्षेत्र घोड़ा नाला के सामने टांडा रेंज के जंगल में एक किशोरी का शव मिलने से पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई । मृतका के चाचा ने मौके पर पहुंचकर उसकी पहचान आरती शर्मा पुत्र स्वर्गीय सत्यराम शर्मा उम्र 16 वर्ष निवासी शाहजहांपुर के रूप में शव की । मृतका के गले व शरीर के हिस्सों पर मिले निशान के मुताबिक हत्या की आशंका जताई जा रही है । वहीं मौके पर पहुंची पुलिस ने सारे साक्ष्य जुटाने के बाद जांच शुरू कर दी है तथा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
प्राप्त सूचना के अनुसार सुबह 6:00 बजे टांडा रेंज के जंगल में शौच के लिए गए ग्रामीणों को एक नाबालिग बालिका का दिखाई दी धीरे-धीरे जंगल में शव मिलने की सूचना पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गई और मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। ग्रामीणों ने शव मिलने की सूचना तुरंत कोतवाली पुलिस को दी। मौके पर पहुंचे मृतका के चाचा काशीराम पुत्र रामनाथ ने शव की शिनाख्त करते हुए बताया कि 16 वर्षीय आरती शर्मा निवासी नई बस्ती रेती, शाहजहांपुर उनकी भतीजी है। माता पिता का देहांत हो चुका है और चार महीने से वह उनके पास रह रही थी। कल शाम मृतका ने सबके लिए खाना बनाया और खाने के बाद सब सोने चले गए लेकिन बुधवार की सुबह वह घर से नदारद थी। वहीं मृतका के गले व शरीर के कई हिस्सों में गहरे निशान मिलने से परिजनों द्वारा हत्या की आशंका जताई जा रही है। इधर मौके पर पहुंची कोतवाली पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर उसका पंचनामा भर जांच शुरू कर दी है । कोतवाल योगेश चंद्र उपाध्याय ने बताया कि संदिग्ध अवस्था में मिले शव की जांच पड़ताल की जा रही है। पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद ही कुछ स्पष्ट हो पाएगा। वही पूरे क्षेत्र में नाबालिग बालिका की मौत पर तरह-तरह की चर्चाएं हैं।
कहीं परिचित तो नहीं हैं हत्यारे
तीन माह पूर्व लालकुआं आई आरती का न कोई दुश्मन था, न कोई दोस्त और न ही उसके पास मोबाइल फोन ही था। कपड़े व बालों को देखने से ऐसा भी नहीं लग रहा था कि हत्या के समय उसने अधिक प्रतिशोध ही किया हो। ऐसे में संदेह उठ रहा है कि हत्यारा कहीं कोई परिचित तो नहीं? काशीनाथ के अनुसार मंगलवार रात आरती उसके बेड के बगल में जमीन पर सो रही थी, जबकि बाहर जाने वाले रास्ते में उसकी चाची रूबी चारपाई लगाकर सोई थी। कमरे में इतनी खुली जगह भी नहीं थी कि कोई आरती को उठा कर ले जा सके। अगर कोई उसे बुलाने भी आता तो जरा सी आवाज होने पर पास में ही सो रहे परिजन जाग जाते। आरती के पास मोबाइल भी नहीं था, ऐसे में उसे फोन द्वारा बुलाने का सवाल ही नहीं उठता है। इसके अलावा उसके कपड़े व सिर के बाल भी पूरी तरह से व्यवस्थित थे। शव के ऊपर दुपट्टा रखा गया था। ऐसे में किसी जोर-जबरदस्ती के सबूत नहीं मिलते। घुटनों से नीचे सलवार व पैरों की अंगुलियों में मिट्टी लगी थी, जिससे लग रहा है कि हत्या कहीं और करके शव घसीटकर यहां लाया गया है। आरती तीन माह पूर्व ही लालकुआं आई थी तो ऐसा क्या हो गया कि कोई उसका इतना बड़ा दुश्मन बन गया। कहीं ऐसा तो नहीं दुष्कर्म का प्रयास असफल रहने पर आरती की हत्या कर दी गई हो। इन सब परिस्थितियों को देखते हुए लग रहा है कि आरती का हत्यारा कोई अपना तो नहीं?
शातिराना अंदाज में लगाया शव को ठिकाने
मृतका के नाक से खून बह रहा था। दोपहर तक वह ताजा ही थे। ऐसे में कयास लग रहे हैं कि आरती की हत्या रात के तीसरे पहर यानि चार बजे के आसपास हुई होगी। इधर रातभर राष्ट्रीय राजमार्ग में आवागमन होता रहता है। इसके अलावा घनी कॉलोनी होने व पास ही पेपर मिल गेट होने के कारण भी उस क्षेत्र में वाहन चलते रहते हैं। जिस स्थान पर शव बरामद हुआ है वहां हत्या करने के कोई निशान भी नहीं हैं और शव को चलते हाईवे को पार कर वहां तक पहुंचाना एक आदमी के बस का नहीं हो सकता। अब सवाल उठता है कि आरती की हत्या कहां की गई होगी।
शव की मेडिकल जांच कराएगी पुलिस
कोतवाल योगेश उपाध्याय ने बताया कि पुलिस ने हल्द्वानी फोरेंसिक मेडिसन विभाग को मेडिकल जांच के लिए पत्र भेजा है, ताकि हत्या के पीछे की वास्तविकता का पता चल सके। परिजनों से पूछताछ के साथ ही पुलिस सभी पहलुओं में जांच कर रही है।