पिथौरागढ़ जिला अस्पताल में अब मोमबत्ती से नहीं गर्म होगा दूध, इंडक्शन के साथ स्टाफ नर्स ने संभाली व्यवस्था
दूध गर्म करने की सुविधा नहीं मिलने के मामले में अस्पताल प्रबंधन ने इसके लिए स्टाफ नर्स की ड्यूटी सुनिश्चित कर दी है। मोमबत्ती पर नवजात के लिए मोमबत्ती से दूध गर्म होने की फोटो व खबर आने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया था।

संवाद सहयोगी, पिथौरागढ़ : महिला चिकित्सालय में बच्चों को जन्म देने वाली महिलाओं को दूध गर्म करने की सुविधा नहीं मिलने के मामले में अस्पताल प्रबंधन ने इसके लिए स्टाफ नर्स की ड्यूटी सुनिश्चित कर दी है। स्टाफ नर्स अस्पताल में उपलब्ध सुविधा की जानकारी धात्री महिलाओं को देगी। मोमबत्ती पर नवजात के लिए मोमबत्ती से दूध गर्म होने की फोटो व खबर आने के बाद अव्यवस्था के मामले ने तूल पकड़ लिया था। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने यह कदम उठाया है।
अस्पताल में बच्चों को जन्म देने वाली महिलाओं को अपने बच्चों को पिलाए जाने वाले दूध को गर्म करने की काई सुविधा नहीं होने का मामला सामने आने के बाद पीएमएस डा.केसी भट्ट ने ड्यूटी पर तैनात रहने वाली स्टाफ नर्स को इसकी जिम्मेदारी सौंप दी है। डा.भट्ट ने कहा कि वार्ड के बाहर संबंधित ड्यूटी नर्स का पूरा विवरण हर रोज अंकित किया जाएगा। नर्स महिलाओं को अस्पताल में उपलब्ध सुविधा की जानकारी देंगी।
पीएमएस डा.भट्ट ने बताया कि अस्पताल में दूध गर्म करने के लिए पहले से ही इंडेक्शन लगा हुआ है। जानकारी नहीं होने के चलते कुछ महिलाएं इसका उपयोग करने की जगह अन्य संसाधनों से दूध गर्म कर लेती हैं। किसी भी महिला या उनके परिजनों ने इस संबंध में कभी कोई शिकायत अस्पताल प्रबंधन से नहीं की है।
दशकों से मोमबत्ती या लाइटर पर ही दूध गर्म रही महिलाएं
महिला चिकित्सालय में बच्चे को जन्म देने वाली कुछ ही महिलाओं को बच्चों को बाहर का दूध देने की आवश्यकता पड़ती है। बच्चे को समय-समय पर दूध देना पड़ता है ओर इसकी मात्रा दो चार चम्मच से अधिक नहीं होती है। ऐसे में महिलाएं बढ़े बर्तन में इंडेक्शन पर दूध गर्म के बजाय मोमबत्ती या गैस लाइटर पर ही चम्मच में दूध गर्म कर बच्चे को पिला देती हैं। बार-बार इंडेक्शन का उपयोग करने की जगह महिलाएं खुद ही मोमबत्ती या गैस लाइटर में दूध गर्म कर बच्चे को दे देती हैं।
Edited By Prashant Mishra