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राज्‍य की पहली जेल हल्द्वानी में गूंजेगी मोदी की 'मन की बात', फरमाइशी गीत कार्यक्रम की पूर्व में हो चुकी शुरुआत

कैदियों को भी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणादायक मन की बात सुनाई देगी। कैदियों के जीवन में नए रंग भरने के लिए जेल रेडियो का ट्रायल शुरू हो गया है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sat, 12 Oct 2019 07:32 PM (IST)Updated: Sat, 12 Oct 2019 07:32 PM (IST)
राज्‍य की पहली जेल हल्द्वानी में गूंजेगी मोदी की 'मन की बात', फरमाइशी गीत कार्यक्रम की पूर्व में हो चुकी शुरुआत
राज्‍य की पहली जेल हल्द्वानी में गूंजेगी मोदी की 'मन की बात', फरमाइशी गीत कार्यक्रम की पूर्व में हो चुकी शुरुआत

हल्द्वानी, जेएनएन : जेल की सलाखों के पीछे रहने वाले कैदियों को भी अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणादायक मन की बात सुनाई देगी। उन्हें दुनिया से अपडेट रखने के लिए समाचार भी सुनाए जाएंगे। कैदियों के जीवन में नए रंग भरने के लिए जेल रेडियो का ट्रायल शुरू हो गया है। हल्द्वानी उत्तराखंड राज्य की पहली जेल होगी, जिसमें इस तरह का प्रयोग किया जा रहा है। वरिष्ठ जेल अधीक्षक मनोज आर्य ने बताया कि जेल में बंद कैदियों की मनोदशा सुधारने, मनोरंजन व शिक्षित करने के लिए कई कार्यक्रम चलाए जा हैं। उपकारागार में रेडियो जॉकी की तरह जेल रेडियो शुरू किया गया है। सभी बैरकों में स्पीकर लगाकर इसे कार्यालय में बनाए गए रेडियो स्टेशन से जोड़ा गया है। शनिवार से रेडियो स्टेशन के ट्रायल की शुरुआत कर दी गई है। जेल अधीक्षक ने बताया कि हर माह के अंतिम रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशवासियों को संबोधित कर मन की बात सुनाते हैं। इसमें वह कई महत्वपूर्ण व देशहित के संदेश सुनाते हैं। कैदी प्रधानमंत्री की इन बातों को नहीं सुन पाते हैं। प्रधानमंत्री की मन की बात को कैदियों तक पहुंचाने का काम जेल रेडियो करेगा। 27 अक्टूबर को इसकी शुरुआत की जाएगी।

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फरमाइशी गीत व समाचार की हो चुकी है शुरुआत

वरिष्ठ जेल अधीक्षक आर्य ने बताया कि जेल रेडियो का ट्रायल शुरू कर दिया गया है। इसके जरिये कैदियों की फरमाइश के गीतों, देश-दुनिया के समाचार के अलावा जेल समाचारों में दिनभर के क्रिया कलापों, मुख्य घटनाओं व प्रेरक प्रसंगों को प्रस्तुत किया जा रहा है। इनके प्रसारण के लिए जेल का अपना रेडियो स्टेशन बनाया गया है। बंदी अपनी इच्छानुसार फरमाइश गीतों का लुत्फ उठा रहे हैं। इसके लिए सभी बैरकों को अत्याधुनिक साउंड सिस्टम तकनीक से जोड़ा जाएगा। रेडियो स्टेशन के लिए नरेश कश्यप, धु्रव तिवाड़ी, अमित राजपूत, राजमी बाबा सहित 10 बंदियों का चयन किया गया है। इसमें कुछ विचाराधीन व कुछ दोष सिद्ध बंदी शामिल हैं। हर सुबह बैरक के बंदी से उनके पसंदीदा कार्यक्रमों की फरमाइश मांगी जा रही है। दोपहर बाद इसका प्रसारण शुरू किया जा रहा है। जेल रेडियो की अवधि शुरुआत में दोपहर तीन से चार बजे तक एक घंटा रखा गया है।

यूपी की 15 जेलों में चल रहा जेल रेडियो

राष्ट्रीय युवा शक्ति के अध्यक्ष प्रदीप रघुनंदन ने बताया कि दिसंबर 2018 में उत्तरप्रदेश की मैनपुरी जेल में जेल रेडियो की शुरुआत की गई थी। इसे उत्तर प्रदेश के जेल प्रशासन ने काफी सहारा और अन्य जेलों में भी जेल रेडियो चलाने के लिए कहा। अब तक उत्तर प्रदेश की 15 जेलों में जेल रेडियो का संचालन शुरू हो गया है। अगले चरण में उत्तराखंड को चुना गया है। अगले सप्ताह उपकारागार हल्द्वानी के 10 बंदियों को रेडियो स्टेशन का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

सुबह हर धर्म के प्रवचन-भजन

वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि जेल में सभी धर्मों के लोग हैं। इन्हें आध्यात्म से जोडऩे के लिए सुबह के समय सभी धर्मों के प्रवचन व भजन सुनाए जा रहे हैं। एक बजे से महिला बंदियों की फरमाइश के गीतों को सुनाया जा रहा है। जेल रेडियो कैदियों के मनोरंजन के साथ उन्हें अपराध से विमुख रखने, मानसिक परिवर्तन लाने, अवसाद से उबारने व जीवन के मूल्यों की स्थापना करने में मददगार होगा। इस माह के अंतिम रविवार को जेल रेडियो के माध्यम से कैदियों को प्रधानमंत्री की मन की बात सुनाई जाएगी। 15 अक्टूबर को जेल रेडियो का विधिवत शुभांरभ होगा।

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