वनवास झेलने के बाद आज 'हाथ' थामेंगे महेश
सियासत में हर तरह के रंग दिख जाते हैं। कभी अपने ही पराए भी बेहद करीबी बन जाते हैं। ऐस ही होने जा रहा है महेश शर्मा के साथ।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : सियासत में हर तरह के रंग दिख जाते हैं। कभी अपने ही पराए हो जाते हैं तो कभी पराए भी बेहद करीबी बन जाते हैं। इस समय भी शहर की राजनीति के कुछ ऐसे ही रंग देखने को मिल रहे हैं। एक समय कांग्रेस के महासचिव से लेकर उसी सरकार में दर्जा मंत्री रह चुके महेश शर्मा का जलवा था, लेकिन विधानसभा पहुंचने की ख्वाहिश के चलते पार्टी से अलग होना पड़ा। पार्टी में जाने की कई बार इच्छा जताई, लेकिन राह में उन्हीं के पार्टी के वरिष्ठ नेता बाधक बन गए थे, लेकिन अब सबकुछ ठीक हो गया है। महेश समेत तमाम बागी रहे नेता अब 22 सितंबर को स्वराज आश्रम में कांग्रेस दिग्गजों सामने पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे।
कालाढूंगी विधानसभा क्षेत्र से महेश शर्मा ने वर्ष 2012 में कांग्रेस से टिकट मांगा, लेकिन नहीं मिला। निर्दलीय ही लड़ गए और हार गए। इसके बाद वर्ष 2017 में भी उन्होंने निर्दलीय ताल ठोंक दी। पूरी दमदारी से चुनाव लड़ा, लेकिन मोदी लहर में हार गए। इस दौरान उन्होंने कालाढूंगी विकास मंच भी बनाया। इसके जरिये आंदोलन किए। समर्थकों को एकजुट करते रहे। वह पार्टी में जुड़ने के लिए प्रयासरत रहे, लेकिन पार्टी के राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी ही बाधक बनते रहे। एक बार फिर उन्हें पार्टी से जुड़ने का मौका मिल गया। वैसे भी अब कांग्रेस संगठन को मजबूती देने के लिए हर स्तर पर प्रयास में जुट गई है।
महेश के अलावा लालकुआं से बागी होकर कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लड़ने लाने हरेंद्र बोरा भी पार्टी में शामिल होंगे। हरेंद्र का भी अपने क्षेत्र में अच्छा दबदबा माना जाता है। कभी कांग्रेस में रहे और वर्ष 2017 में बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़ने वाले वरुण प्रताप सिंह भाकुनी और उनके पिता डॉ. भूपाल सिंह भाकुनी भी 22 सितंबर को स्वराज आश्रम में होने वाली जनसभा में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण करेंगे। जिलाध्यक्ष सतीश नैनवाल ने बताया कि इन चारों नेताओं को पार्टी की सदस्यता दिलाई जाएगी। इस सभा में प्रदेश प्रभारी एनएन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, सह प्रभारी राकेश धर्माणी, नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश, राष्ट्रीय सचिव प्रकाश जोशी व पूर्व मंत्री हरीश दुर्गापाल समेत तमाम बडे़ नेता शामिल होंगे।