अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ में मतदाताओं की बेरुखी के कारण कम हुआ मतदान प्रतिशत
लोकसभा चुनावों में मतदाताओं की खामोशी की असर मतदान पर भी पड़ा है। इस बार जहां अल्मोड़ा जिले का मतदान 50 फीसदी का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाया।
अल्मोड़ा, बृजेश तिवारी : लोकसभा चुनावों में मतदाताओं की खामोशी की असर मतदान पर भी पड़ा है। इस बार जहां अल्मोड़ा जिले का मतदान 50 फीसदी का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाया। वहीं संसदीय क्षेत्र के पिथौरागढ़ जिले में भी मतदान प्रतिशत पिछली बार की तुलना में घट गया। वहीं चंपावत और बागेश्वर जिले में इस बार मतदान में वृद्धि दर्ज की गई है।
चंपावत में 4.13 प्रतिशत बढ़ा है मतदान
लोकसभा में शामिल चार जिलों में से इस बार चंपावत जिले में मतदान में 4.13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। पिछले चुनावों में यहां 52 प्रतिशत मत पड़े थे जो इस बार 56.13 हो गए। बागेश्वर में भी इस बार 0.19 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।
इस बार बढ़ गए थे नब्बे हजार वोटर
वर्ष 2019 के चुनावों में पिछले चुनाव की तुलना में करीब नब्बे हजार से अधिक वोटर बड़े थे। 2014 के चुनावों में इस संसदीय सीट पर 1,230,757 मतदाता थे। जबकि इस बार इस लोकसभा सीट पर 1,321,658 मतदाता थे।
पिछले और इस चुनावों में कितना रहा अंतर
जिला - वर्ष 2014 - वर्ष 2019
अल्मोड़ा - 53.75 - 47.88
बागेश्वर - 57.00 - 57.19
पिथौरागढ़ - 53.00 - 52.01
चंपावत - 52.00 - 56.13
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