स्वास्थ्य जांच के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का विरोध, सैंपलिग कराने से लोगों ने किया इंकार
कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच स्वास्थ्य कर्मियों की भूमिका बढ़ गई है। स्वास्थ्य जांच के लिए रुद्रपुर के मुखर्जी नगर पहुंचे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को स्थानीय लोगों का विरोध झेलना
रुद्रपुर, जेएनएन : कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच स्वास्थ्य कर्मियों की भूमिका बढ़ गई है। स्वास्थ्य जांच के लिए रुद्रपुर के मुखर्जी नगर पहुंचे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को स्थानीय लोगों का विरोध झेलना पड़ा। इस दौरान स्वास्थ्य कर्मियों के साथ स्थानीय लोगों ने बहस करते हुए सैंपलिंग से इंकार कर दिया। समझाने के बाद भी बात नहीं मानने पर स्वास्थ्य कर्मचारी वापस लौट गए।
बुधवार को नगर निगम रुद्रपुर के वार्ड संख्या पांच मुखर्जी नगर में स्वास्थ्य विभाग के लैब टेक्नीशियन व आशा कार्यकर्ता सैंपलिंग के लिए पहुंचे। इससे पहले इस मुहल्ले से 96 लोग संक्रमित मिल चुके हैं। लैब टेक्नीशियन की टीम ने जब लोगों का सैंपल लेने की बात बताई तो स्थानीय निवासियों ने पंतनगर में अव्यवस्था का हवाला देते हुए सैंपल देने से इंकार कर दिया।
एक लैब टेक्नीशियन ने बताया कि स्थानीय लोगों ने मौके पर भीड़ एकत्र करते हुए अभद्रता करनी शुरू कर दी। लोग कह रहे थे कि किसी भी व्यक्ति को कोविड केयर सेंटर नहीं ले जाने दिया जाएगा। मामला बढ़ने पर स्थानीय पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद भी स्थानीय लोग बात मानने के लिए तैयार नहीं हुए। स्वास्थ्य कर्मचारी लगातार कहते रहे कि वह किसी को कोविड केयर सेंटर नहीं ले जा रहे हैं।
सिर्फ सैंपलिंग की जाएगी। इसके बाद भी लोगों ने विरोध जारी रखा। लैब टेक्नीशियन की टीम ने एसीएमओ डॉ. अविनाश खन्ना से फोन पर वीडियो काल भी कराई। लेकिन इसका भी कोई असर नहीं दिखा। स्थानीय भाजपा नेता राधेश शर्मा ने बताया कि आक्रोशित लोगों को बहुत मुश्किल से समझाकर शांत कराया गया है।
इस मौके पर लैब टेक्नीशियन निखिल चौधरी, अरुण बघेल, गोविंद, उत्तम मंडल व पांच आशा कार्यकर्ता मौजूद थी। इसके बाद टीम सदस्यों ने भदईपुरा से 102 लोगों के सैंपल एकत्र किए। बाद में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने रम्पुरा में भी सैंपलिंग की।
डॉ. अविनाश खन्ना, एसीएमओ, ऊधमसिंह नगर ने बताया बताया कि कोरोना मरीजों की जांच के लिए लैब टेक्नीशियन व आशा कार्यकर्ताओं की टीम मुखर्जीनगर पहुंची थी। स्थानीय लोगों के विरोध के बाद टीम वापस हो गई है। जनप्रतिनिधियों से वार्ता के बाद फिर से सैंपलिंग शुरू की जाएगी।