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दहशत का पर्याय बना गुलदार पिंजरे में फंसा, भेजा जाएगा रेस्क्यू सेंटर रानीबाग

नैनीताल शहर के समीपवर्ती चारखेत क्षेत्र में आतंक का पर्याय बना गुलदार आखिरकार पकड़ा गया। करीब एक माह की मशक्कत के बाद वन विभाग ने गुलदार को पिंजरे में कैद करने में सफलता हासिल हुई।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Mon, 03 Aug 2020 08:37 AM (IST)Updated: Mon, 03 Aug 2020 08:37 AM (IST)
दहशत का पर्याय बना गुलदार पिंजरे में फंसा, भेजा जाएगा रेस्क्यू सेंटर रानीबाग
दहशत का पर्याय बना गुलदार पिंजरे में फंसा, भेजा जाएगा रेस्क्यू सेंटर रानीबाग

नैनीताल, जेएनएन : नैनीताल शहर के समीपवर्ती चारखेत क्षेत्र में आतंक का पर्याय बना गुलदार आखिरकार पकड़ा गया। करीब एक माह की मशक्कत के बाद वन विभाग ने गुलदार को पिंजरे में कैद करने में सफलता हासिल हुई। वयस्क मादा गुलदार को फिलहाल रेस्क्यू सेंटर रानीबाग भेजा जा रहा है। जल्द उसे शहर स्थित चिड़ियाघर में रखा जा सकता है।

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बता दें कि शहर के समीपवर्ती चार खेत क्षेत्र में लंबे समय से गुलदार का आतंक बना हुआ था। जो कि कई कुत्तों के साथ ही दर्जनभर पालतू पशुओं को निवाला बना चुका था। ग्रामीणों ने वन विभाग से गुहार लगाई तो विभाग ने गुलदार भगाने के लिए उन्हें पटाखें पकड़ा दिए। जिस पर ग्रामीण विरोध पर उतर आए थे। आखिरकार वन विभाग को क्षेत्र में पिंजरा लगाना पड़ा।

पिंजरा लगाने के दो दिन बाद ही गुलदार पिंजरे में रखी बकरी तो आधी खा गया लेकिन पकड़ में नही आया। जिसके बाद से ही विभाग गुलदार की धरपकड़ में लगा हुआ था। गुलदार को ट्रैक करने के लिए ट्रैप कैमरे भी विभाग द्वारा लगाए गए थे। रविवार देर रात ग्रामीणों ने आबादी से समीप ही जोरो से गुलदार के दहाड़ने की आवाज सुनी।

देर रात गुलदार के दहाड़ने की आवाज सुन ग्रामीण भी घबरा गए। ग्रामीणों ने तुरंत इसकी सूचना वन विभाग को दी। सोमवार सुबह रेंजर प्रमोद तिवारी अन्य कर्मियों के साथ क्षेत्र में पहुँचे तो देखा कि एक गुलदार पिंजरे में फंसा हुआ है। रेंजर प्रमोद तिवारी ने बताया कि पकड़ में आया गुलदार वयस्क मादा है। जिसके कंधे पर हल्की चोट दिख रही है। फिलहाल गुलदार को रेस्क्यू सेंटर रानीबाग भिजवाया जा रहा है। उच्चाधिकारियों की अनुमति के बाद गुलदार को चिड़ियाघर लाया जा सकता है।


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