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कोविड फर्जीवाड़े में शामिल लैब मालिक भाजपा का करीबी, उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा ने लगाया आरोप

रानीखेत विधायक करन माहरा ने महाकुंभ कोविड जांच फर्जीवाड़े को लेकर सरकार को घेरा। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन तीन निजी लैबों पर मुकदमा हुआ है उनमें से एक लैब द्वाराहाट निवासी कारोबारी की है। उसके भाजपा के बड़े नेताओं से करीबी संबंध हैं।

By Prashant MishraEdited By: Published: Wed, 23 Jun 2021 07:22 AM (IST)Updated: Wed, 23 Jun 2021 07:22 AM (IST)
कोविड फर्जीवाड़े में शामिल लैब मालिक भाजपा का करीबी, उपनेता प्रतिपक्ष करन माहरा ने लगाया आरोप
यह करोड़ों का घोटाला नहीं है, बल्कि फर्जीवाड़े के जरिये लोगों की जिदंगी को भी दांव पर लगाया गया है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : उप नेता प्रतिपक्ष व रानीखेत विधायक करन माहरा ने महाकुंभ कोविड जांच फर्जीवाड़े को लेकर सरकार को घेरा। उन्होंने आरोप लगाया कि जिन तीन निजी लैबों पर मुकदमा हुआ है, उनमें से एक लैब द्वाराहाट निवासी कारोबारी की है। उसके भाजपा के बड़े नेताओं से करीबी संबंध हैं। इसलिए आइसीएमआर के नियमों को ताक पर रखकर लैब को जांच का जिम्मा सौंपा गया।

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माहरा ने आरोप लगाया कि यह सिर्फ करोड़ों का घोटाला नहीं है, बल्कि फर्जीवाड़े के जरिये लोगों की जिदंगी को भी दांव पर लगाया गया है। क्योंकि कुंभ के बाद से प्रदेश में अचानक कोरोना का ग्राफ बढ़ता गया।

ब्लॉक क्षेत्र में कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद मंगलवार को पत्रकारों से वार्ता में माहरा ने कहा कि जो लोग कुंभ में कभी शामिल ही नहीं हुए, जांच में उनके नाम दर्ज होना चौंकाता है। जांच के लिए आधार कार्ड की जरूरत होती है। होटलों में जमा आइडी की फोटोकॉपी करा फर्जी तरीके से आधार कार्ड तैयार किए गए, ताकि जांच का बिल बढ़ाया जा सके। इसलिए पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर लोगों की जिदंगी से खिलवाड़ करने वाले अधिकारियों और मंत्रियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। उप नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि 25 जून को प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस हरिद्वार में सत्याग्रह कर फर्जीवाड़े की पोल खोलेगी।

जिम्मा मिले तो मैं तैयार हूं

नेता प्रतिपक्ष डा. इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद नए नाम को लेकर चर्चाओं का दौर जारी है। पूछने पर माहरा ने कहा कि अगर शीर्ष नेतृत्व मौका देता है तो पूरी ईमानदार से जिम्मेदारी निभाऊंगा। किसी अन्य साथी का नाम फाइनल होने पर उसके साथ भी कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहूंगा। हालांकि, माहरा ने कहा कि साढ़े चार साल में जिन सात बड़े मुद्दों पर कार्रवाई हुई, उनमें से छह उनके द्वारा सदन में उठाए गए थे।

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