कौसानी, कपकोट, कांडा में बनेंगे कोविड केयर सेंटर, बागेश्वर में नहीं होगी मरीजों की परेशानी
पर्यटन आवास गृह कौसानी का अधिग्रहण कर लिया गया है। वहां 84 बेड का कोविड केयर सेंटर बनेगा। इसके अलावा कपकोट महाविद्यालय में 50 बेड और कांडा के पॉलीटेक्निक कॉलेज में 30 बेड का कोविड केयर सेंटर बनाने का प्रस्ताव है।
जागरण संवाददाता, बागेश्वर : कोरोना संक्रमण बढऩे से जिला प्रशासन अलर्ट है। पर्यटन आवास गृह कौसानी का अधिग्रहण कर लिया गया है। वहां 84 बेड का कोविड केयर सेंटर बनेगा। इसके अलावा कपकोट महाविद्यालय में 50 बेड और कांडा के पॉलीटेक्निक कॉलेज में 30 बेड का कोविड केयर सेंटर बनाने का प्रस्ताव है। अलबत्ता कोरोना को हराने और मरीजों को बेहतर उपचार देने की दिशा में जिला प्रशासन के कदम आगे बढ़ रहे हैं।
वर्तमान में बागेश्वर में 100 बेड क्षमता वाला कोविड केयर सेंटर संचालित हो रहा है। अब ब्लॉक और सब डिविजन स्तर पर भी इसके लिए कदमताल शुरू हो गई है। निर्बाध ऑक्सीजन सप्लाई के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। विगत दिनों 25 बी टाइप के ऑक्सीजन सिङ्क्षलडर जिले में आ गए हैं। इसके साथ ही 50 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर हरिद्वार से मिले हैं। 20 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर सीएमओ कार्यालय से जेम पोर्टल के माध्यम से खरीदे गए हैं। सीएसआर के माध्यम से 100 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर दिल्ली से खरीदे जा रहे हैं। 100 जंबो सिङ्क्षलडर महाराष्ट्र के वेंडर्स से जल्द जिले को मिल सकेंगे। जिले में निर्बाध सप्लाई के लिए सीएसआर के माध्यम से ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट लगाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। यह प्लांट मई के अंत तक जिला चिकित्सालय में लग सकेगा। इसके साथ ही सीएचसी कपकोट, बैजनाथ के लिए भी प्रस्ताव शासन को भेजे गए हैं।
1.44 करोड़ की दवा खरीदी जाएगी
कोरोना पॉजिटिव व्यक्तियों और गांवों में कोविड लक्षण वालों को मेडिकल किट उपलब्ध कराई जा रही है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा. बीडी जोशी ने बताया कि एक करोड़ 44 हजार रुपये की दवा खरीद डिमांड आई थी। इसके लिए डीएम ने धनराशि जारी कर दी है। आइवरमेक्टिन औषधि दस वर्ष से ऊपर के लोगों को उपलब्ध कराई जाएगी। दवा किट महिला समूह तैयार कर रहे हैं। बीएलओ, आंगनबाड़ी, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी, ग्राम प्रधान, स्वंय सेवी संस्था तथा नगर क्षेत्र में वार्ड सदस्य दवा का वितरण करेंगे।
जिलाधिकारी, बागेश्वर विनीत कुमार ने बताया कि जिले में कोविड संक्रमण के नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए निरंतर प्रयास हो रहे हैं। ऑक्सीजन बेड, कोविडकेयर सेंटर बढ़ाए जा रहे हैं। आरटीपीसीआर रिपोर्ट आने में चार-पांच दिन का समय लग रहा है, इसलिए अब प्रत्येक दिन 600 से 700 तक रैपिड एंटीजन टेस्ट कराए जा रहे हैं। उपजिलाधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में एंटीजन टेस्ट बढ़ाने को कहा गया है। 30,000 एंटीजन किट उपलब्ध कराने के लिए मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय को धनराशि अवमुक्त करा दी गई है।
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