Move to Jagran APP

खुटानी-धानाचुली मार्ग बदहाल, जान हथेली पर रखकर सफर कर रहे हैं लोग

भीमताल के पास खुटानी से धानाचुली जाने वाले मार्ग की स्थिति जर्जर हो गई है। कई स्थानों पर गड्ढे बन गए हैं तो पैराफिट गायब हैं। पहाड़ी से मलबा आने की आशंका भी बनी हुई है। एेसे में इस मार्ग पर लोग जान हथेली पर रखकर आवागमन कर रहे हैं।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Thu, 10 Jun 2021 11:37 AM (IST)Updated: Thu, 10 Jun 2021 11:37 AM (IST)
खुटानी-धानाचुली मार्ग बदहाल, जान हथेली पर रखकर सफर कर रहे हैं लोग
खुटानी-धानाचुली मार्ग बदहाल, जान हथेली पर रखकर सफर कर रहे हैं लोग

भीमताल, जागरण संवाददाता : भीमताल के पास खुटानी से धानाचुली जाने वाले मार्ग की स्थिति जर्जर हो गई है। रास्ते में कई स्थानों पर गड्ढे बन गए हैं तो पैराफिट गायब हैं। पहाड़ी से मलबा आने की आशंका भी बनी हुई है। एेसे में इस मार्ग पर लोग जान हथेली पर रखकर आवागमन कर रहे हैं।

loksabha election banner

भीमताल के समीप खुटानी से सीमावर्ती धानाचुली तक जाने वाले मोटर मार्ग की स्थिति इन दिनों खराब हो गई है। रास्ते में कई स्थानों में लोहे की रेलिंग गायब है। जबकि दूसरी तरफ स्थित खाई लोगों को डरा रही है। 1970 में तत्कालीन मुख्यमंत्री एनडी तिवारी ने इस मार्ग के रखरखाव पर विशेष ध्यान देने का आदेश दिया था, जिसके चलते पहले समय-समय पर डामरीकरण और अन्य कार्य होते रहे हैं। पर बाद के वर्षों में विभागीय अनदेखी के चलते इसकी हालत खराब हो गई।

पहले जहां गरमपानी अल्मोड़ा होते हुए पिथौरागढ़ को वाहन जाते थे वहीं अब इस मार्ग से होते हुए पिथौरागढ़ को वाहन जाते हैं और मार्ग की लंबाई करीब 35 किलोमीटर कम है, लेकिन फिर भी किसी भी विभाग द्वारा इसकी सुध नहीं लेने से स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ स्थानीय जनता में भी रोष है। इधर विभागीय अधिकारी बताते हैं की मोटर मार्ग के सुधारीकरण का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है।

क्या कहते हैं जनप्रतिनिधि

पूर्व जिला पंचायत सदस्य संजय शाह ने बताया कि वास्तव में मोटर मार्ग से सफर करना खतरे से खाली नहीं है। भीमताल विधानसभा का महत्वपूर्ण मोटर मार्ग होने के बावजूद इसका रखरखाव नहीं हो पा रहा है। मार्ग के मरम्मत के लिए पदमपुरी में धरना भी दिया गया था। विधायक राम सिंह कैड़ा का कहना है कि मामला मेरे संज्ञान में है । कई बार बैठकों में इस मोटर मार्ग के संबंध में वार्ता हो चुकी है। प्रस्ताव तैयार करके शासन को भेजने की तैयारी है।

Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.