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रुद्रपुर सिलेंडर ब्लास्ट मामला : बेटे को बचाने के लिए आग की लपटों में कूद गया था केदार

रुद्रपुर में गैस सिलिंडर लगाते समय लगी आग से दो साल के मासूम बेटे को बचाने के लिए केदार आग की लपटों के बीच कूद गया था। हादसे में पिता-पुत्र दोनों की ही मौत हो गई। इस हादसे के बाद जहां मृतक की पत्नी बेसुध पड़ी है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Tue, 16 Nov 2021 04:55 PM (IST)Updated: Tue, 16 Nov 2021 04:55 PM (IST)
रुद्रपुर सिलेंडर ब्लास्ट मामला : बेटे को बचाने के लिए आग की लपटों में कूद गया था केदार
रुद्रपुर सिलेंडर ब्लास्ट मामला : बेटे को बचाने के लिए आग की लपटों में कूद गया था केदार

जागरण संवाददाता, रुद्रपुर : रुद्रपुर में गैस सिलिंडर लगाते समय लगी आग से दो साल के मासूम बेटे को बचाने के लिए केदार आग की लपटों के बीच कूद गया था। हादसे में पिता-पुत्र दोनों की ही मौत हो गई। इस हादसे के बाद जहां मृतक की पत्नी बेसुध पड़ी है, वहीं परिवार के सबसे बड़े बेटे और उसके पुत्र की मौत से स्वजनों में कोहराम मचा हुआ है। पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव स्वजनों के सुपुर्द कर दिया है।

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मूलरूप से पीलीभीत, थाना जहानाबाद, ग्राम जगदीशपुर निवासी केदार उर्फ केदारी लाल पुत्र जीयालाल कई सालों से ट्रांजिट कैम्प, ठाकुरनगर में मकान बनाकर रह रहा था। वर्ष, 2015 में उसका नेहा से विवाह हुआ। जिसके बाद उनका दो साल का पुत्र वंश का जन्म हुआ। पुलिस के मुताबिक आसपास के लोगों के मुताबिक सोमवार रात को खाना बनाते समय केदारी लाल का सिलिंडर खत्म हो गया था।

इस पर वह सुबह का खाना बनाने के लिए दूसरा सिलिंडर फिट कर रहा था। इस दौरान उसकी पत्नी नेहा घर के बाहर बर्तन धो रही थी। इसी बीच गैस सिलिंडर फिट करते समय आग लग गई और पूरा कमरा जल उठा। जिसकी चपेट में केदारीलाल भी आ गया और वह बाहर की ओर भाग आया। कमरे में सो रहे बेटे वंश को बचाने के लिए वह आग की लपटों में कूद गया, लेकिन बेटे के साथ वह भी झुलसकर गंभीर हो गया। यह देख उसकी पत्नी बदहवास हो गई।

इसका पता चलते ही पीलीभीत में रहे रहे केदारीलाल के पिता जीया लाल, भाई परमेश्वरी और कृपाल भी अन्य स्वजनों और रिश्तेदारों के साथ मंगलवार सुबह पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। इस दौरान नाते रिश्तेदारों का कहना था कि केदारीलाल परिवार का सबसे बड़ा पुत्र था। परिवार में केवल उसका ही विवाह हुआ था, जबकि दोनों भाई गांव में पिता के साथ खेतीबाड़ी का काम करते हैं। एसआई विजय कुमार ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद पिता-पुत्र के शवों को स्वजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।


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