पिथौरगढ़ में सेना के जवान की मौत के मामले में जेसीबी चालक गिरफ्तार, सड़क किनारे खड़े जवान को मारी थी टक्कर
जौलजीबी के निकट सड़क पर खड़े सेना के जवान मनोज खड़ायत को पिथौरागढ़ की ओर से आ रही एक जेसीबी के चालक ने टक्कर मार दी थी जिससे जवान की मौत हो गई। घटना के बाद चालक फरार हो गया था।
जागरण संवाददाता, पिथौरागढ़ : जौलजीबी के निकट जेसीबी की टक्कर से मृत सेना के जवान के मामले में पुलिस ने जेसीबी चालक को गिरफ्तार कर लिया है। घटना के बाद जेसीबी चालक फरार हो गया था। जौलजीबी के निकट सड़क पर खड़े सेना के जवान मनोज खड़ायत को पिथौरागढ़ की ओर से आ रही एक जेसीबी के चालक ने टक्कर मार दी थी, जिससे जवान की मौत हो गई। घटना के बाद चालक फरार हो गया था। जवान के पिता त्रिलोक सिंह ने जौलजीबी पुलिस में अज्ञात जेसीबी चालक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। मामले की जांच एसआई मोहन बोहरा को सौंपी गई। एसआइ बोहरा ने सुराग लगाकर जेसीबी चालक दीपक बसेड़ा का पता लगा लिया। दीपक को पीपली- ड्योड़ा तिराहे से गिरफ्तार कर लिया गया। दीपक के खिलाफ धारा 279, 304 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
पूर्व सैनिकों ने उठाई जवान की मौत का राज खोलने की मांग
जंगल में मृत मिले सेना के जवान की मौत का राज खोले जाने की मांग को लेकर पूर्व सैनिक मुखर हो गए हैं। पूर्व सैनिक संगठन ने इसे साइबर ठगी से जोड़ते हुए कहा कि जिले में पूर्व सैनिक और वृद्ध ठगी का शिकार होकर मानसिक अवसाद में आ रहे हैं। सेना की 130 पर्यावरण बटालियन में तैनात जवान राजेंद्र सिंह बोहरा 14 जनवरी को लापता हो गए थे। डाक स्वाक्यड, ड्रोन से आस-पास के क्षेत्रों में उनकी तलाश की गई थी, लेेकिन उनका कोई पता नहीं लग सका था। 22 जनवरी को उनका शव एक जंगल में पड़ा हुआ मिला। उनकी मौत का राज अब तक सामने नहीं आया है।
पूर्व सैनिकों ने इस मुद्दे पर बैठक की। पूर्व सैनिक संगठन के मयूख भट्ट ने कहा कि सेना के जवान का इस तरह लापता होना और फिर जंगल में उनका शव मिलना गंभीर मामला है। उन्होंने इस मामले के पीछे साइबर ठगी का हवाला देते हुए कहा कि जिले में साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। पूर्व सैनिक और वृद्धों को साइबर ठग अपना शिकार बना रहे हैं। उन्होंने आशंका जताई कि इस मामले में पीछे भी साइबर ठगी बड़ी वजह संभव है। पूर्व सैनिकों ने अविलंब जवान राजेंद्र सिंह बोहरा के मौत के कारणों के खुलासे कीे मांग करते हुए कहा कि पूर्व सैनिकों को साइबर ठगी का शिकार होने से बचाने के लिए ठोस पहल की जाए। बैठक में तमाम पूर्व सैनिक मौजूद रहे।