जागरण हेलो डॉक्टर : बदलती लाइफ स्टाइल से बढ़ रही पेट की समस्या
सुशीला तिवारी चिकित्सालय के गैस्ट्रोलॉजिस्ट डॉ. एससी जोशी ने रविवार को दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में फोन करने वाले सुधी पाठकों को दी।
हल्द्वानी, जेएनएन : जीवनशैली और खान-पान में बदलाव का नतीजा है कि किशोर और युवाओं में एसिडिटी व अल्सर के मामले तेजी से बढ़ रहे है। सोने का समय निर्धारित न होना, धूमपान का सेवन, जंक फूड का बढ़ता चलन और अधिक डाइटिंग से शरीर में पोषक तत्वों की कमी के इन दिक्कतों को बढ़ा रही है। यह जानकारी सुशीला तिवारी चिकित्सालय के गैस्ट्रोलॉजिस्ट डॉ. एससी जोशी ने रविवार को दैनिक जागरण के हेलो डॉक्टर कार्यक्रम में फोन करने वाले सुधी पाठकों को दी। उन्होंने कहा कि जब हम भोजन करते हैं, तो आमाशय में हाइड्रोक्लोरिक एसिड बनता है। जिससे भोजन का पाचन होता है। बदहजमी व अनियंत्रित दिनचर्या की वजह से कभी-कभी एसिड ऊपर की ओर आहार नली में जाने लगता है इससे एसिडिटी की समस्या होने लगती है। बताया कि अल्सर होने पर पेट में घाव या छाले हो जाते है। जिससे तेज दर्द की समस्या होने लगती है। पेट में म्युकस की चिकनी परत होती है, जो पेट की भीतरी परत को पेप्सिन और हाइड्रोक्लोरिक एसिड से बचाती है। एसिड और म्युकस परतों के बीच तालमेल होता है। इसी संतुलन के बिगडऩे पर अल्सर होता है।
लक्षण
- पेट में दर्द होना
- खट्टी डकारें आना
- पेट में जलन रहना
- कुछ मामलों में खून की उल्टी होना
- मल का रंग गहरा हो जाना
- जी मिचलाना
- भार में तेजी से कमी
- भूख प्रक्रिया में बदलाव
कारण
- तनाव व डायबिटीज
- आनुवंशिक कारण
- ज्यादा मात्रा में पेट में एसिड का स्त्राव
- अधिक मात्रा में धूमपान का सेवन करना
- दर्द निवारक दवाओं का लम्बे समय तक इस्तेमाल करना
- वजन का अधिक बढऩा
- जंक फूड का अधिक सेवन
- शारीरिक मेहनत न करना
- लम्बे समय तक खाली पेट रहना
- चटपटे व ज्यादा मसाले युक्त भोजन करना
बचाव
-चाय, काफी, कोल्ड ड्रिंक्स, जंक फूड कम लें
- खाना समय पर और आराम से खाएं
- स्मोकिंग से परहेज करें
- तनाव मुक्त रहें
- नियमित व्यायाम करें
- दवाएं डाक्टॅरों की सलाह से ही लें।
- तेल मसाले से बने भोजन से परहेज
इन्होंने लिया परामर्श
नैनीताल से दीवान सिंह व हरीश सिंह, पिथौरागढ़ से सुखदेव, पंतनगर से अनिल कुमार, अल्मोड़ा से मोहन सिंह जोशी, बिंदुखत्ता से लक्ष्मण सिंह, उद्यमसिंह नगर से रवी कुमार, रामनगर से चंद्र प्रकाश, पीली कोठी से दिनेश चंद्र वर्मा, हल्द्वानी से पार्वती देवी व मनीष कुमार, रानीखेत से कैलाश चंद्र जोशी, रुद्रपुर से प्रेम पाल, अल्मोड़ा से चम्पा देवी ने फोन कर लिया परामर्श।
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