भीमताल क्षेत्र में किसानों को बीमा मिलने में हुई लापरवाही की जांच जेडी हॉर्टिकल्चर को सौंपी गई
भीमताल क्षेत्र में किसानों को खरीफ की फसल का बीमा देने में हुई लापरवाही के मामले ने तूल पकड़ लिया है। शासन स्तर से लेकर जिला स्तर पर मामले की जांच शुरू हो गई। जहां शासन ने संयुक्त निदेशक हॉर्टिकल्चर को जांच सौंपी हैं।
हल्द्वानी, जागरण संवाददाता : भीमताल क्षेत्र में किसानों को खरीफ की फसल का बीमा देने में हुई लापरवाही के मामले ने तूल पकड़ लिया है। शासन स्तर से लेकर जिला स्तर पर मामले की जांच शुरू हो गई। जहां शासन ने संयुक्त निदेशक हॉर्टिकल्चर को जांच सौंपी हैं। वहीं डीएम धीराज सिंह गब्र्यालय ने भी पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है।
स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हस्तक्षेप के बाद मामला शासन तक पहुंच गया था। हॉर्टिकल्चर सचिव हरबंश चुघ ने हॉर्टिकल्चर निदेशक को जांच के निर्देश दिए थे। निदेशक ने संयुक्त निदेशक हॉर्टिकल्चर हरीश चंद्र तिवारी को जांच अधिकारी नामित कर दिया है। इसके अलावा डीएम ने भी मुख्य विकास अधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी से कहा है कि पूरे मामले में दोनों पक्षों से बात करें। इसमें क्या गलती रह गई है और बीमा देने को लेकर क्या स्थिति रही? इस मामले में रिपोर्ट सौंपें।
इस प्रकरण पर विधायक राम सिंह कैड़ा का कहना है कि उन्होंने फसल बीमा में इंश्योरेंस कंपनी की ओर से की गई लापरवाही पर शासन से लेकर डीएम से जांच की मांग की थी। अब जांच होगी। जांच अधिकारी भी तय हो गया। कंपनी ने किसानों के साथ पक्षपात किया है। जबकि किसानों का 90 फीसद से अधिक नुकसान हुआ है। वह किसानों के हक के लिए लड़ाई लड़ते रहेंगे।
चुनाव को लेकर सभी नेता हुए सक्रिय
जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव का समय नजदीक आ रहा है। क्षेत्र में नेता सक्रिय हो गए हैं। किसानों के हितों की अनदेखी को लेकर एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। पिछली बार भीमताल क्षेत्रों के किसानों की खरीफ की फसल चौपट हो गई थी। इसे लेकर किसान परेशान हैं। उन्हें उचित मुआवजा भी नहीं मिल पाया। फसला बीमा उपलब्ध कराने वाली इंश्योरेंस कंपनी पर मनमानी का आरोप लगा है। विधायक कैंड़ा का कहना है कि जो लोग उन पर किसानों की इस लड़ाई में साथ नहीं होने की बात कर रहे हैं, वे गलत हैं। और उनके काम को भी नहीं जानते हैं।
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