नेपाली नागरिकों के लिए आज खुलेंगे धारचूला और झूलाघाट के अंतर्राष्ट्रीय झूला पुल
नेपाल के उच्च हिमालयी दो गांवों के माइग्रेशन में नीचे आ रहे ग्रामीणों के नेपाल जाने और नेपाल के आठ सौ भारत से पेंशन लेने वाले पेंशनर्स के लिए सोमवार को भारत-नेपाल को जोडऩे वाले धारचूला और झूलाघाट पुल खुलेंगे। दोनों स्थानों पर नौ घंटे पुल खुले रहेंगे।
धारचूला/झूलाघाट, जेएनएन : नेपाल के उच्च हिमालयी दो गांवों के माइग्रेशन में नीचे आ रहे ग्रामीणों के नेपाल जाने और नेपाल के आठ सौ भारत से पेंशन लेने वाले पेंशनर्स के लिए सोमवार को भारत-नेपाल को जोडऩे वाले धारचूला और झूलाघाट पुल खुलेंगे। दोनों स्थानों पर नौ घंटे पुल खुले रहेंगे। नेपाल के व्यास गांवपालिका के छांगरू और टिंकर गांव के ग्रामीणों के भारत के रास्ते माइग्रेशन के लिए नेपाल सरकार ने भारत से धारचूला पुल खोलने का अनुरोध किया था।
हांलाकि नेपाल ने पूर्व में व्यास में छांगरु तक सड़क बनने का दावा किया था और इस बार व्यास गांवपालिका के ग्रामीणों के नेपाल के रास्ते ही माइग्रेशन करने का दावा किया। हकीकत यह है कि नेपाल में बना पैदल रास्ता जानवरों के चलने भर योग्य नहीं बना है। अंत में नेपाल को एक बार फिर भारत के रास्ते ही अपने ग्रामीणों के माइग्रेशन के लिए अनुरोध करना पड़ा है।
नेपाल के छांगरू और टिंकर के ग्रामीण चार दिन पूर्व उच्च हिमालय में सीता पुल से भारत में प्रवेश किए थे। चार पड़ाव पूरा करने के बाद रविवार को नेपाली परिवार अपने जानवरों के साथ धारचूला के करीब पहुंच चुके हैं। सोमवार की सुबह धारचूला पहुंचेंगे। उनके लिए दोनों देशों के प्रशासन अपने -अपने गृह मंत्रालय के आदेश पर सुबह आठ बजे पुल खोलेंगे।
शाम पांच बजे तक नेपाली अपने जानवरों और सामान के साथ नेपाल जाएंगे। इसके बाद दोनों गांवों के शेष लगभग नब्बे परिवारों के लोग चार दिसंबर से माइग्रेशन करेंगे। उनके लिए चार दिसंबर को सीता पुल खुलेगा। ये लोग नौ दिसंबर की सुबह धारचूला पहुंचेंगे । उस दिन एक बार फिर सुबह नौ बजे से सायं पांच बजे तक धारचूला पुल खुलेगा।
झूलाघाट पुल सोमवार से प्रतिदिन सुबह आठ बजे से सायं पांच बजे तक भारतीय सेना से सेवानिवृत्त्त आठ सौ नेपाली पेंशनर्स के लिए पांच दिन खुलेगा। इस दौरान झूलाघाट के व्यापारियों ने पुल से आम लोगों की आवाजाही को भी मंजूरी देेने की मांग की है। नेपाली पेंशनर्स के भारतीय बाजार से खरीददारी पर नेपाल द्वारा रोक लगाने पर पुल पर अनशन ओर धरना देने की धमकी दी है।