पर्यटकों को रोकने की जुगत लगाने के बजाय उन्हें सुविधा मुहैया कराइए
पर्यटन तो राज्य की आय के प्रमुख साधनों में एक है और इन्हीं काे रोकने की जुगत लगाई जा रही बजाय सुविधाएं बढ़ाने के। इनके लिए यदि पार्किंग शौचालय और रुकने की बेहतर व्यवस्था कर दी जाए तो पर्यटन का बेहतर मॉडल विकसित किया जा सकता है।
नरेश कुमार, नैनीताल। शहर में आम हो चुकी जाम की समस्या के कारण पर्यटक नैनीताल से विमुख होकर अन्य पर्यटन स्थलों की ओर रुख करने लगे हैं। इसके अलावा प्रशासन ने वीकेंड पर कई शर्तों को लागू किया है। साथ ही दो पहिया वाहनों पर भी रोक लगा दी है। इससे जाम से निजात तो मिली है पर यह समाधान नहीं जुगाड़ है। जब पर्यटक शहर में आएंगे नहीं तो कैसा पर्यटन को बढ़ावा और कैसे बढ़ेगा राजस्व। पर्यटन तो राज्य की आय के प्रमुख साधनों में एक है और इन्हीं काे रोकने की जुगत लगाई जा रही बजाय सुविधाएं बढ़ाने के। इनके लिए यदि पार्किंग, शौचालय और रुकने की बेहतर व्यवस्था कर दी जाए तो पर्यटन का बेहतर मॉडल विकसित किया जा सकता है।
नैनीताल मेें हर वर्ष लाखों की संख्या में सैलानी नैनीताल पहुंचते हैं। ट्रेन या बड़ी बसों के बजाय अधिकांश पर्यटक निजी वाहनों से आना पसंद कर रहे हैं। इस बार वीकेंड पर पर्यटक वाहनों को शहर में प्रवेश नहीं देने का निर्णय भले ही जाम को रोकने में कामयाब रहा, मगर इससे कई पर्यटक परेशान जरूर हुए। शहर से बाहर पार्क अपने वाहनों की सुरक्षा, वाहन चालकों के रहने, खाने संबंधी समस्याओं ने इनकी मुश्किलें बढ़ा दीं। ऐसे में यदि रूसी बाईपास और नारायण नगर क्षेत्र में वृहद स्तर पर पार्किंग के साथ ही कैंटीन, शौचालय, पानी, डोरमेट्री, वाहनों की सुरक्षा के लिए गार्ड जैसी सुविधाएं जुटा ली जाएं तो इस समस्या से निपटा जा सकता है।
रूसी बाईपास है स्थायी पार्किंग का विकल्प
वीकेंड पर अस्थायी तौर पर वाहनों को रूसी बाईपास में पार्क कर पर्यटकों को शटल सेवा से नैनीताल भिजवाया जा रहा है। इसी व्यवस्था को यदि स्थायी कर दिया जाए तो पार्किंग और जाम की समस्या से निपटने में आसानी होगी। हल्द्वानी और कालाढूंगी मार्ग में रूसी और नारायण नगर से नैनीताल तक कई स्थानों पर सड़क काफी चौड़ी है, जहां छोटे-छोटे पार्किंग स्थल विकसित किए जा सकते हैं। डीएम धीराज गब्र्याल का कहना है कि जल्द पर्यटन कारोबारियों के साथ वार्ता कर इस पर कुछ निर्णय लिया जाएगा।
डीएम नैनीताल धीराज गब्र्याल का कहना है कि पार्किंग निर्माण के लिए भूमि चिह्रिïत करने और फिर भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया लंबी है। फिलहाल पालिका की ओर से नारायण नगर में पार्किंग बनाए जाने पर फोकस है। रूसी बाइपास में स्थायी व्यवस्था करने पर भी विचार किया जा रहा है। कालाढूंगी और हल्द्वानी मार्ग पर पर्यटकों के लिए पानी, शौचालय और कैंटीन जैसी सुविधाएं बढ़ाने की भी योजना है।