घायल गर्भवती को एसटीएच व बेस में नहीं मिला इलाज
स्वास्थ्य सुविधाओं के दावे कितने खोखले हैं इसकी हकीकत शुक्रवार को हल्द्वानी में दिखी।
जासं, हल्द्वानी : स्वास्थ्य सुविधाओं के दावे कितने खोखले हैं, इसकी हकीकत शुक्रवार को हल्द्वानी में देखने को मिली। चम्पावत में दुर्घटना में घायल 21 वर्षीय गर्भवती मनीषा देवी को हायर सेंटर रेफर किया गया था। परिजन महिला को टर्सरी केयर सेंटर यानी डा. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय लाए, जहां इमरजेंसी में कहा गया कि इस समय यहां के न्यूरोसर्जन बेस अस्पताल में हैं। वहीं ले जाइए। जब परिजन बेस अस्पताल में ले गए तो वहां इमरजेंसी में कहा गया कि न्यूरोसर्जन ओपीडी करते हैं, लेकिन यहां पर ऑपरेशन थिएटर नहीं है। इसलिए इलाज संभव नहीं है। परेशान होकर परिजन महिला को निजी अस्पताल में ले गए। महिला के सिर में चोट है। फिलहाल उसकी हालत सामान्य है। जब से एसटीएच को कोविड अस्पताल बनाया गया है। तब से गंभीर मरीजों को इसी तरह की फजीहत झेलनी पड़ रही है। इसके बावजूद जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।