नो मैंस लैंड पर पर अतिक्रमण मामले में चार अगस्त को होगी भारत-नेपाल के अधिकारियों की बैठक
नो मैंस लैंड क्षेत्र में नेपाली नागरिकों द्वारा अतिक्रमण किए जाने के मामले में दोनों देशों के अधिकारियों के बीच चार अगस्त को बैठक आहूत की गई है।
चम्पावत, जेएनएन : टनकपुर शारदा बैराज के पास इंडो नेपाल बॉर्डर के नो मैंस लैंड क्षेत्र में नेपाली नागरिकों द्वारा अतिक्रमण किए जाने के मामले में दोनों देशों के अधिकारियों के बीच चार अगस्त को बैठक आहूत की गई है। हालांकि अभी बैठक का स्थान तय नहीं किया गया है। बता दें कि टनकपुर शारदा बैराज के निकट इंडो नेपाल बॉर्डर का पिलर नंबर 811 काफी समय से गायब है। जिस कारण दोनों देशों की सीमाओंं में लंबे समय से विवाद चल रहा है।
नेपाली नागरिक नो मैंस लैंड एरिया में पहले खेती करते थे और अब उनकी हिमाकत इतनी हो गई कि उन्होंने नौ मैंस लैंड एरिया को अपना बताते हुए पौधारोपण की आड़ में तारबाड़ कर दिया। नो मैंस लैंड पर हुए अतिक्रमण को हटाने के लिए नेपाली अधिकारी निरीक्षण तो कर रहे हैं लेकिन उसे हटाने के लिए कोई कवायद नहीं हुई। बीती 26 जुलाई को कंचनुपर सीडीओ व एपीएफ एसपी ने मौके का निरीक्षण कर जल्द अतिक्रमण का आश्वासन दिया था ! लेकिन पांच दिन बीतने के बाद शुक्रवार को चम्पावत जिला प्रशासन से हुई वार्ता के बाद उन्होंने चार अगस्त को बैठक करने का निर्णय लिया है। जिससे कि अतिक्रमण को लेकर हो रहे विवाद को जल्द सुलझाया जा सके।चंपावत के एसएसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि कंचनपुर प्रशासन ने चार अगस्त को अतिक्रमण हटाने के लिए वार्ता करने को कहा है। वार्ता कहां होगी फिलहाल यह तय नहीं हुआ है। इसको लेकर वार्ता की जा रही है।