बैकलाग भर्ती में लापरवाही पर प्रशिक्षित बेरोजगारों में बढ़ी नाराजगी
प्रदेश भर से बैकलॉग भर्ती में आवेदन कर चुके अभ्यर्थियों की एक ऑनलाइन बैठक मंगलवार को सम्पन्न हुई। इस दौरान प्रशिक्षित बेरोजगारों ने कहा कि अक्टूबर माह में उच्च न्यायालय ने बैकलॉग भर्ती पर लगाया स्टे हटा दिया था।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : बैकलाग भर्ती में लापरवाही पर प्रशिक्षित बेरोजगारों ने नाराजगी जताई है। आरोप लगाया कि शिक्षा विभाग अपने ही बनाए हुए कैलेंडर का पालन नहीं कर रहा। प्रदेश भर से बैकलॉग भर्ती में आवेदन कर चुके अभ्यर्थियों की एक ऑनलाइन बैठक मंगलवार को सम्पन्न हुई। इस दौरान प्रशिक्षित बेरोजगारों ने कहा कि अक्टूबर माह में उच्च न्यायालय ने बैकलॉग भर्ती पर लगाया स्टे हटा दिया था। इसके बाद हुई शिक्षा विभाग की दो बैठकों में शिक्षा मंत्री द्वारा अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए गए थे कि जल्द से जल्द एक कैलंडर जारी कर समयबद्ध तरीके से शिक्षक भर्ती को सम्पन्न कराया जाए। निदेशालय स्तर से एक पत्र समस्त डीईओ को जारी किया गया जिसमें 30 जनवरी तक सभी आवेदकों से प्रत्यावेदन मांग कर उनका निस्तारण करने के निर्देश दिए गए थे लेकिन अभी तक नैनीताल और उत्तरकाशी जिले के आवेदकों का ब्योरा विभाग की वेबसाइट पर नहीं डाला गया है।
इसके अलावा सभी जिलों को सात फरवरी तक मेरिट लिस्ट विभागीय वेबसाईट पर अपलोड करने के लिए निर्देशित किया था लेकिन किसी भी जिले ने अब तक मेरिट सूची वेबसाइट में नहीं डाली है। वक्ताओं ने कहा कि विभाग द्वारा स्वयं जारी किए गए कैलंडर में नियुक्ति के लिए काउंसलिंग के लिए 18 फरवरी की तिथि निर्धारित की गई है।
मगर, विभाग के ढीले रवैये की वजह से भर्ती में और देरी हो रही है। पवन ने बताया कि राज्य सरकार ने विद्यालय खोलने शुरू कर दिए हैं।लेकिन विद्यालयों में शिक्षकों के अभाव में पढ़ाई लिखाई कैसे संभव होगी। मांग उठाई कि दो साल से इंतजार कर रहे प्रशिक्षित बेरोजगारों को राहत दी जानी चहिये।
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