Move to Jagran APP

शीतकालीन अवकाश न कराए जाने से शिक्षकों में बढ़ी नाराजगी, मंडलीय कार्यकारिणी ने प्रान्त को भेजा पत्र

राजकीय शिक्षक संघ की कुमाऊं कार्यकारिणी ने प्रांतीय पदाधिकारियों को पत्र भेजकर शासन से वार्ता कर शीतकालीन अवकाश यथावत रखने की मांग की है। राजकीय शिक्षक संघ के कुमाऊं मंडल के अध्यक्ष विजय गोश्वामी और मंत्री डॉ. कैलाश सिंह डोलिया ने संगठन के प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री को पत्र भेजा है।

By Prashant MishraEdited By: Published: Fri, 18 Dec 2020 04:50 PM (IST)Updated: Sun, 20 Dec 2020 09:44 AM (IST)
शीतकालीन अवकाश न कराए जाने से शिक्षकों में बढ़ी नाराजगी, मंडलीय कार्यकारिणी ने प्रान्त को भेजा पत्र
इस वर्ष कोरोना महामारी की वजह से शिक्षण कार्य बाधित रहा है। ऐसे में यह निर्णय लिया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : 10वीं-12वीं की पढ़ाई करा रहे स्कूलों में इस बार शीतकालीन अवकाश न कराए जाने की सुगबुगाहट से शिक्षकों में नाराजगी बढ़ गयी है। मामले में राजकीय शिक्षक संघ की कुमाऊं कार्यकारिणी ने प्रांतीय पदाधिकारियों को पत्र भेजकर शासन से वार्ता कर शीतकालीन अवकाश यथावत रखने की मांग की है।

loksabha election banner

राजकीय शिक्षक संघ के कुमाऊं मंडल के अध्यक्ष विजय गोश्वामी और मंत्री डॉ. कैलाश सिंह डोलिया ने संगठन के प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री को पत्र भेजा है। जिसमें समाचार पत्रों का हवाला देते हुए कहा गया है कि इस शैक्षिक सत्र 2020-21 में माध्यमिक विद्यालयों में शीत कालीन अवकाश कराया जाना मुश्किल है।

शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम द्वारा कहा गया है कि इस वर्ष कोरोना महामारी की वजह से शिक्षण कार्य बाधित रहा है। ऐसे में यह निर्णय लिया जा रहा है। मंडलीय पदाधिकारियों ने कहा है कि माध्यमिक शिक्षकों ने कोरोना काल में कोरोना वारियर्स के तौर पर अपनी सेवा दी है। इसके साथ ही पूरे कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षण कार्य भी किया है। इसके बाद से स्कूलों में निरंतर 10वीं और 12वीं की पढ़ाई भी निरंतर चल रही है। शिक्षक रोजाना स्कूल और ऑनलाइन दोनों तरह से पढ़ा रहे हैं। ऐसे में भी शीतकालीन अवकाश न कराया जाना सही नहीं है। मांग उठाई है कि इस मामले जल्द से जल्द शासन से वार्ता कर शीतकालीन अवकाश की व्यवस्था पूर्ववत रखी जाए। यदि ऐसा नहीं हो सकता है तो इसके बदले उपार्जित अवकाश का आदेश निर्गत किया जाए।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.