श्रम बोर्ड में पंजीकृत गलत आवेदन होंगे निरस्त
उत्तराखंड भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड अध्यक्ष शमशेर सिंह ने बोर्ड की योजनाओं के लिए आवेदन करने वालों का सत्यापन करने को कहा है।
जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : उत्तराखंड भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड अध्यक्ष शमशेर सिंह सत्याल ने बोर्ड की योजनाओं के लिए आवेदन करने वालों का 15 जनवरी तक हर हाल में सत्यापन करने को कहा है। उन्होंने सभी आवेदनों को डीबीटी करने और गलत आवेदनों को निरस्त करने के निर्देश दिए हैं।
रविवार को हल्द्वानी स्थित श्रमायुक्त कार्यालय में सत्याल ने बोर्ड सचिव की मौजूदगी में सहायक श्रमायुक्त की बैठक ली। बैठक में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) का मुद्दा प्रमुख रूप से उठा। सत्याल ने कहा कि ऐसे सभी आवेदनों की सत्यता की जांच की जाए। श्रम बोर्ड की पेंशन, टूल किट, सिलाई मशीन, विवाह सहायता आदि सभी योजनाओं का लाभ लेने वाले श्रमिकों का भी सत्यापन करने को कहा गया है। सत्याल ने 15 जनवरी तक जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। गायब होने लगे फर्जी आवेदक
बोर्ड की ओर से सत्यापन का काम शुरू करने के बाद फर्जी आवेदक गायब होने लगे हैं। पंजीकरण के दौरान श्रमिकों के दिए फोन नंबर बंद मिल रहे हैं। यहां तक कि कई आवेदकों के पते तक गलत दर्ज हैं। सत्यापन में लगे श्रम निरीक्षक जांच में जुटे हैं। ऐसे में बड़ी संख्या में आवेदनों की छंटनी होने की पूरी संभावना है। कोरोना काल में बढ़े 80 हजार श्रमिक
श्रम विभाग में 18 से 60 वर्ष के श्रमिकों का पंजीयन होता है। कोरोना काल की शुरुआत में प्रदेश में 2.46 लाख श्रमिक पंजीकृत थे। कोरोना काल में इसकी संख्या तेजी से बढ़ गई। अक्टूबर आखिरी में पंजीकृत श्रमिकों की संख्या बढ़कर 3.20 लाख पहुंच गई। इतनी संख्या बढ़ना संदेह पैदा कर रहा है।