काशीपुर में बीटेक की छात्रा ने फंदे से लटक कर दी जान, नहीं मिला सुसाइड नोट, जांच में जुटी पुलिस
निशा की मां सुरेंद्र कौर ने बताया उनके पति का लगभग 20 वर्ष पहले स्वर्गवास हो गया है। वह स्वयं रोडवेज बस स्टेशन के पास खाने का ढाबा चलाती हैं। घर पर वह और बेटी ही रहती हैं। रात तक सब ठीक था पर सुबह वह फंदे पर लटकी मिली।
जागरण संवाददाता, काशीपुर : प्रभु विहार कॉलोनी में बीटेक की छात्रा ने अपने कमरे में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के के कारण पर परिवार फिलहाल कुछ भी कहने से बच रहा है। पुलिस के अनुसार कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है। मानपुर रोड स्थित प्रभु विहार कॉलोनी निवासी स्व.सतपाल सिंह की बेटी निशा (22) अपनी विधवा मां सुरेंद्र कौर के साथ रह रही थी। शनिवार को उसने अज्ञात कारणों के चलते मकान के ऊपरी मंजिल पर बने कमरे में पंखे में चुन्नी से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली।
निशा की मां सुरेंद्र कौर ने बताया उनके पति का लगभग 20 वर्ष पहले स्वर्गवास हो गया है। वह स्वयं रोडवेज बस स्टेशन के पास खाने का ढाबा चलाती हैं। बताया घर पर वह और उनकी बेटी ही रहती हैं। जबकि बड़ी बेटी प्रीति पत्नी कपिल सक्सेना कॉलोनी में अपने परिवार के साथ रहती है। रात लगभग साढ़े दस बजे वह ढाबे से आई तब सब कुछ ठीकठाक था। कुछ समय बाद वह अपने ऊपर कमरे में सोने चली गई और वह घर का कामकाज निपटा कर नीचे कमरे में सो गई।
आज सुबह जब लगभग साढ़े नौ बजे तक उनकी बेटी निशा नहीं उठी और न कोई चहल पहल हुई। तब उन्होंने उसके मोबाइल नंबर पर नीचे कमरे से ही फोन लगाया तब वह स्विच ऑफ आया। जिस पर वह स्वयं ऊपर कमरे में आई और बंद कमरे का दरवाजा खटखटाया और हल्का जोर लगाया तो दरवाजा खुल गया। कमरे का नजारा देखकर उनकी चीख निकल गयी, बेटी पंखे पर चुन्नी के फंदे से लटकी हुई थी। तब उन्होंने आनन-फानन घर के पास में रह रहे अपने बेटी-दामाद को फोन कर बुलाया और आसपास पड़ोस में सूचना दी। तब लोगों ने उसे फांसी के फंदे से नीचे उतारा और पुलिस को सूचना दी।
सूचना पर पहुंचे कटोराताल चौकी प्रभारी नवीन बुधानी व कोतवाली से पहुंचे एसआई प्रदीप पंत ने घटनाक्रम की परिजनों से जानकारी जुटाई और शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। वहीं हादसे से परिवार में कोहराम मच गया। मां और बढ़ी बहन प्रीति का रो-रो कर बुरा हाल था। परिजनों के मुताबिक वह ऋषिकेश से बीटेक की पढ़ाई कर रही थी। लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते वह ऑनलाइन पढ़ाई कर रही थी। बीते कुछ दिन पहले ही उसने ऑनलाइन पेपर भी दिए थे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं था जिससे लगे कि वह परेशान हो। परिजनों का कहना था आखिर क्यों उसने ऐसा कदम उठाया। मामले में कुछ लोगों का कहना है कि आर्थिक तंगी से भी परिवार परेशान चल रहा था।